स्टार्ट-अप को प्रोत्साहन देने के लिए इंटर्नशिप नियमों में बदलाव करेगा जे.सी. बोस विश्वविद्यालय

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फरीदाबाद, 11 मार्च – विद्यार्थियों को इनोवेटिव स्टार्ट-अप पर काम करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद जल्द ही अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए अनिवार्य इंटर्नशिप नियमों में संशोधन करेगा। इसका लाभ ऐसे छात्रों को होगा जो स्टार्ट-अप प्रोजेक्ट्स पर काम करने के इच्छुक हैं। विश्वविद्यालय छात्रों द्वारा अपने स्टार्ट-अप प्रोजेक्ट्स पर किये गये कार्यों को भी इंटर्नशिप के समक्ष मनेगा।

कुलपति प्रो. एसके तोमर की अध्यक्षता में आयोजित रोजगार एवं प्रशिक्षण कार्यालय की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग, डीन प्लेसमेंट, कॉर्पोरेट और एलुमनाई अफेयर प्रो. विक्रम सिंह और ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट आॅफिसर डॉ संजीव कुमार के साथ उनकी टीम के असिस्टेंट ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट आॅफिसर डॉ. सपना तनेजा, श्री प्रशांत कुमार और डॉ भावना भी उपस्थित थे।
उन्होंने कुलपति को रोजगार एवं प्रशिक्षण कार्यालय द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के बावजूद, विश्वविद्यालय ने प्लेसमेंट ड्राइव के लिए परिसर में आने वाली कंपनियों के साथ-साथ कुल प्लेसमेंट के मामले में एक अच्छा प्लेसमेंट रिकॉर्ड हासिल किया है। वर्तमान में लगभग 300 कंपनियां कैंपस भर्ती के लिए विश्वविद्यालय आ रही हैं और उच्चतम सालाना पैकेज 30 लाख रुपये से अधिक रहा है।

रोजगार एवं प्रशिक्षण कार्यालय द्वारा संचालित प्लेसमेंट रिकॉर्ड और गतिविधियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो. तोमर ने छात्रों में उद्यमिता की भावना को प्रेरित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के छात्रों को समाज की बेहतरी के लिए स्वदेशी तकनीक विकसित करने पर काम करना चाहिए।

प्रो. विक्रम सिंह ने कुलपति को परिसर में छात्रों के लिए उपलब्ध कराई जा रही इनक्यूबेशन सुविधाओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस समय विद्यार्थियों के पांच स्टार्ट-अप प्रोजेक्ट्स को विश्वविद्यालय के इंक्यूबेशन सेंटर में सहयोग दिया जा रहा है तथा पांच अन्य प्री-इंक्यूबेशन के चरण में हैं। साथ ही, विद्यार्थियों को विभिन्न आयोजनों के माध्यम से भी स्टार्ट-अप के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

प्लेसमेंट के रुझान के बारे में पूछे जाने पर प्रो. विक्रम ने बताया कि अधिकांश कंपनियां आईटी, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के छात्रों की भर्ती के लिए विश्वविद्यालय का दौरा करती हैं। हाल ही में, प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग ने दिल्ली और नोएडा में अपने अनुसंधान और विकास केंद्रों के लिए 70 से अधिक इंजीनियरों को भर्ती किया है। कुशल इंजीनियरों की उच्च मांग और उभरती प्रौद्योगिकियों के प्रभाव के कारण प्रमुख बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा कैंपस ड्राइव में अंतःविषय दृष्टिकोण भी दिखाई दे रहा है। अब कंपनियां इंजीनियरिंग के साथ-साथ विज्ञान विषयों के छात्रों में भी रूचि दिखा रही है। हाल ही में एक प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माण कंपनी द्वारा सिविल इंजीनियर्स की भी भर्ती की गई है। इस प्रकार, विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उत्पन्न हो रहे है।

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