मुख्यमंत्री ने सूरजकुंड में शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक

0
241
Spread the love
Spread the love

फरीदाबाद, 9 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों को प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार की ओर से उन्हें कारोबार करने व निवेश संबंधी सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में उद्योग एवं निवेश के लिए अनुकूल माहौल है, जिसकी बदौलत हरियाणा आज निवेश के लिए प्रमुख गंतव्य बन गया है। वर्ष 2019 के बाद से, प्रदेश में 5.22 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ है। इसके अलावा, राज्य का निर्यात भी बढक़र 2.17 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

मुख्यमंत्री ने यह बात आज सुरजकुंड में शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित एक बैठक के दौरान कही। बैठक में रूस, बेलारूस, तज्जाकिस्तान, कम्बोडिया, साऊदी अरब, मालदीव, चीन, क्रिगीस्तान, उज्जेबेकिस्तान, नेपाल, कजाकिस्तान, आर्मेनिया, म्यांमार, कतर, ईरान, यूएई, बहरीन देशों के प्रतिनिधिमण्डल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ऐसी, मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल और अन्य महानुभाव भी उपस्थित रहे।

सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में एससीओ की भागीदारी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने में निभाएगी महत्वपूर्ण भूमिका

मुख्यमंत्री ने कहा कि सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला में एससीओ की भागीदारी विभिन्न देशों को वैश्विक पटल पर लाने और उनकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम करेगी। सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला वर्ष 1987 से आयोजित किया जा रहा है, जिसने विश्व मानचित्र पर अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है। इस बार इस मेले में शंघाई सहयोग संगठन के विभिन्न देशों की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है। हर देश के कलाकार गर्व से अपनी संस्कृति के अनूठे रंगों का प्रदर्शन कर रहे हैं और हस्तशिल्प व अन्य कलाओं के रूप में अपनी सर्वश्रेष्ठ विरासत का प्रदर्शन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आज हरियाणा तेजी से विकास करने वाले राज्यों में शुमार है। हरियाणा बिजनेस टू बिजनेस (बी2बी), बिजनेस टू कस्टमर (बी2सी) और सरकार से सरकार (जी2जी) के अलावा हार्ट टू हार्ट (एच2एच) कनेक्शन यानी दिल से दिल के साथ व्यापार करने में विश्वास करता है।

आर्थिक विकास के मानकों पर हरियाणा अग्रणी राज्यों में

मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक विकास के मानकों पर हरियाणा अग्रणी राज्यों में शामिल है। दुनिया की 400 फॉच्र्यून कंपनियों के कार्यालय राज्य की आर्थिक राजधानी गुरुग्राम में स्थापित हैं। हरियाणा देश का एक प्रमुख सॉफ्टवेयर निर्यातक है। हरियाणा उद्योगों को लॉजिस्टिक सुविधाएं प्रदान करने के मामले में देश में दूसरे और उत्तर भारत में पहले स्थान पर है। राज्य का आधे से ज्यादा क्षेत्र एनसीआर में आता है। राज्य सरकार इस क्षेत्र में उद्योग और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए इसे एक लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित कर रही है।

स्टेट ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में हरियाणा टॉप अचीवर्स कैटेगरी में

मुख्यमंत्री ने कहा कि कार, दोपहिया, ट्रैक्टर, वैज्ञानिक उपकरण, जूते-चप्पल आदि अनेक उत्पादों के निर्माण में हरियाणा अग्रणी है। देश के लगभग 50 प्रतिशत चौपहिया वाहनों का निर्माण हरियाणा में होता है। आज राज्य में 1,000 से अधिक औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित हैं, इनमें सीमेंस, सुजुकी, जीई, होंडा, स्मिथक्लाइन बीचम, जेसीबी, हॉलिस्टर, हार्वेल, ओसराम, मित्सुबिशी, आईबीएम, योकोहामा, अल्काटेल, पोस्को, एलजी, परफेटी, जॉनसन मैथे, बेक्टन डिकिंसन, कैपरो और हार्ले डेविडसन शामिल हैं। इसका श्रेय राज्य में उत्कृष्ट वायु, रेल और सडक़ संपर्क को जाता है।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को तेजी से आगे बढ़ा रहा है। इसके लिए व्यापार अनुकूल नीतियों, गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे की उपलब्धता और ईज ऑफ डुईंग बिजनेस, उद्योग के अनुकूल वातावरण और प्रोत्साहन पर जोर दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से हरियाणा उद्यम एवं रोजगार नीति-2020 तैयार की गई है। हमने राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए भी नई नीति बनाई है। मारुति सुजुकी आईएमटी खरखौदा में 800 एकड़ में तीसरा प्लांट स्थापित कर रही है, जहां इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण होगा।

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे समर्पित प्रयास

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। राज्य को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने के लिए अरावली पर्वत श्रृंखला में गुरुग्राम और नूंह में एक सफारी पार्क विकसित किया जा रहा है। यह दुनिया का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा। यह लगभग 10,000 एकड़ के क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा।

बैठक में भारत सरकार के सचिव फॉरेन अफेयर्स श्री संजय वर्मा ने कहा कि हरियाणा आज पूरे देश में तेजी से आगे बढ़ता प्रदेश है। हरियाणा ने पिछले कुछ वर्षों में सभी क्षेत्रों में जबरदस्त तरक्की की है। स्कूली समय के दौरान मैने यह मेला देखा था लेकिन आज जब मैं यहां फिर से आया हूं तो सूरजकुंड मेला अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुका है और यह देश के लोगों को पूरे भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की झलक प्रस्तुत कर रहा है।

उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा पब्लिक आउटपुट है और यह हरियाणा के साथ-साथ हमारे देश की भी शान है। उन्होंने एससीओ के आए हुए सभी राष्ट्रों के सदस्यों से भारत में आने और निवेश करने का आह्वान भी किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here