जीएसटी प्रशिक्षकों को तैयार करने के लिए कौशल विश्वविद्यालय की पहल

0
1057
Spread the love
Spread the love

Faridabad News : हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फरीदाबाद के सहयोग से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर आयोजित छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आज प्रारंभ हो गई। कार्यशाला का उद्देश्य प्रदेश में जीएसटी को लेकर जागरूकता लाने के लिए प्रशिक्षक तैयार करना है। हरियाणा सरकार की सक्षम युवा योजना के तहत चयनित ऐसे 70 प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाणपत्र प्रदान किया जायेगा।फरीदाबाद, 22 फरवरी – हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फरीदाबाद के सहयोग से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर आयोजित छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आज प्रारंभ हो गई। कार्यशाला का उद्देश्य प्रदेश में जीएसटी को लेकर जागरूकता लाने के लिए प्रशिक्षक तैयार करना है। हरियाणा सरकार की सक्षम युवा योजना के तहत चयनित ऐसे 70 प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाणपत्र प्रदान किया जायेगा।

कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षुओं को जीएसटी की गणना, तकनीकी जानकारी तथा क्रियान्वयन को लेकर जानकारी के लिए विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जायेगा, जिसमें बैंकिंग वित्तीय बीमा क्षेत्र कौशल परिषद् से चार्टड अकाउंटेंट सागर कुमार द्वारा प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जायेगा। यह कार्यशाला हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संयुक्त निदेशक कर्नल उत्कर्ष सिंह राठौड़ तथा परीक्षा नियंत्रक चंचल भारद्वाज की देखरेख में किया जा रहा है।
कार्यशाला के पहले दिन कुलपति श्री राज नेहरू ने वीडियो कांफ्रेसिंग के द्वारा प्रतिभागियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि भारतीय कर प्रणाली में वस्तु एवं सेवा कर क्रियान्वयन अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में उठाया गया एक क्रांतिकारी कदम है और इसका लाभ जीएसटी के प्रभावी क्रियान्वयन पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि प्रतिभागी जीएसटी के विषय को गंभीरता से समझे तथा इस संबंध में अपनी शंकाओं का निवारण करें।

श्री नेहरू ने बताया कि कार्यशाला के दौरान तैयार होने वाले 70 प्रशिक्षुओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कार्यशाला के माध्यम से तैयार होने वाले सभी प्रशिक्षकों को प्रदेश में एक हजार जीएसटी असिसटेंट अकाउंटेंट तैयार करने की जिम्मेदारी दी जायेगी, जिसके माध्यम वे लोगों, विशेषकर व्यापारी वर्ग को जीएसटी की गणना तथा फाइलिंग में सहयोग देंगे। इस प्रकार, एक हजार युवाओं के लिए स्वःरोजगार के अवसर सृजित होंगे। कुलपति श्री नेहरू ने कार्यशाला के आयोजन में सहयोग के लिए वाईएमसीए विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार जताया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here