Karnal News : जे.बी.टी. शिक्षक नौकरी का ज्वाइनिंग लेटर लिए बिना धरना स्थल से नहीं उठेंगे। शिक्षकों ने यह ठान लिया है कि वह सरकार से नौकरी लेकर ही रहेंगे, इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं। पिछले दिनों पुरुष शिक्षकों ने सिर मुंडवाकर रोष जाहिर किया था और अब महिला शिक्षकों ने सिर से बाल कटवाकर अपना विरोध जताया। स्वयं को घोर अपमानित महसूस कर रहीं महिला शिक्षकों ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग ने उन पर जो अत्याचार किया है वह बेहद शर्मनाक है। सरकार को नींद से जगाने के लिए महिलाओं ने बाल कटवाए हैं। बेटियों को इस हालत में देखकर शायद सरकार को कुछ शर्म आ जाए। रेशमा कम्बोज सहित 10 महिला शिक्षिकाओं ने चेतावनी दी है अगर सरकार जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करती तो वह अपने केश कत्ल करवा लेंगी।
उल्लेखनीय है कि 17 जे.बी.टी. शिक्षक कई दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। धरना स्थल पर शिक्षकों की संख्या बढ़ती जा रही है। परिवार के लोग अब धरने पर डट गए हैं। इस अवसर पर पिंकी, अनीता, अनीता, सुनीता, मोनिका, आशा, उर्मिला, सुशीला, पूनम, सावित्री, सत्यवान, सुनीता, जितेंद्र, पुष्पा, मीनाक्षी, सर्वप्रीत, मुकेश डिडवानिया, राकेश जांगड़ा, सुशील, मधु, लक्ष्मी, रेनू मोर, अनिल, प्रिंस, वीरपाल, अनीता, सुरेश, महेंद्र पाल, संजय पांचाल, रमेश, सुरेश, सोनू, संदीप, सुरेंद्र, सतेंद्र, मंगल, तेजबीर, जसमेर, नरेंद्र, सुमन, पूनम, सरिता, गीता रोहिला, सोनिया, सीमा व पंकज आदि मौजूद रहे।
सर्व कर्मचारी संघ ने किया है प्रदर्शन का ऐलान
जे.बी.टी. शिक्षकों के समर्थन में आए सर्व कर्मचारी संघ ने 3 अक्तूबर को प्रदर्शन का ऐलान किया है। संघ के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंहमार ने कहा कि सरकार ने शिक्षकों के साथ अन्याय किया है। एक महीना नौकरी पर रखने के बाद अचानक हटा देना कानून का उल्लंघन है। सर्व कर्मचारी संघ जे.बी.टी. शिक्षकों के साथ है। 3 अक्तूबर को विशाल प्रदर्शन किया जाएगा।