ई-ऑफिस व्यवस्था को गंभीरता से लागू करें सभी कार्यालय: नगराधीश पुलकित मल्होत्रा

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फरीदाबाद 14 अक्टूबर। जिला प्रशासन के कुशल मार्गदर्शन में जिला में स्थित सभी विभागों व कार्यालयों में पेपरलैस काम होना चाहिए तथा सभी पत्रों की मूवमेंट ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से होनी चाहिए। यह दिशा-निर्देश नगराधीश पुलकित मल्होत्रा ने लघु सचिवालय सेक्टर- 12 के सभागार कक्ष में ई-ऑफिस, सीएम विंडो, एसएमजीटी के सम्बंध मे आयोजित समीक्षात्मक बैठक मे उपस्थित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जिला प्रशासन के माध्यम से सभी विभागों को पेपरलैस बनाने की दिशा में कार्य करते हुए ई-ऑफिस प्रणाली की शुरुआत की है। जिसके लिए सभी अधिकारी व कर्मचारियों का ईएमडी डाटा तैयार किया गया है।

उन्होंने कहा कि जिलास्तर पर सभी विभागों व कार्यालयों में ई-ऑफिस प्रणाली पर काम करने के लिए एक-एक नोडल अधिकारी व एक-एक मास्टर ट्रैनर नियुक्त किए हैं। नोडल अधिकारी व मास्टर ट्रैनर को निरंतर ई-ऑफिस प्रणाली से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है, अब मास्टर ट्रैनर की जिम्मेवारी होगी कि वह अपने विभाग के कार्यालय में स्थित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को भी ई-ऑफिस प्रणाली व फाइल की मूवमेंट करने के लिए फाइल क्रिएट करने, रिसीट करने तथा सेंड करने संबंधी संपूर्ण जानकारी दें तथा फाइल की मूवमेंट हर प्रकार से ई-ऑफिस के माध्यम से करनवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि विभाग में जो अधिकारी व कर्मचारी फाइल की मूवमेंट से संबंधित कार्य कर रहे हैं, वह अपने यूजर आईडी व पासवर्ड को भी सुरक्षित रखें। क्योंकि कार्यालयों में कई बार बहुत ही गोपनीय रिकॉर्ड से संबंधित पत्र व्यवहार होता है, ऐसे में यूजर आईडी व पासवर्ड को भी सुरक्षित रखना जरुरी है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों की ई-ऑफिस प्रणाली की ट्रेनिगं जरूर ले। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही प्रदेश स्तर पर ई-आफिस प्रणाली की शुरुआत हो जाएगी, जिसके बाद आफलाइन फाइल भेजना व स्वीकृत करना संभव नहीं हो पाएगा। इसलिए ई-आफिस पोर्टल पर काम करने आदत अभी से डाल लें तथा सभी फाइलों की मूवमेंट ई-आफिस प्रणाली पर शुरू कर दें। उन्होंने ई- ऑफिस के सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि ई-ऑफिस पेपर लैस है। यह एक डिजिटल वर्कप्लेस सॉल्यूशन है। जिसमें जनहित से जुड़े विषयो एवं सेवाओ ओर बेहतर ढंग से निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से आमजन तक पहुँचाया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने सीएम विंडो के सम्बंध में उपस्थित अधिकारियों से समीक्षा करते हुए कहा कि सीएम विंडो एक ऑनलाइन सार्वजनिक प्लेटफार्म है, जो सरकार ने भ्रष्टाचार विरोधी विषयो पर जनता की शिकायतों के निवारण की हेतु बनाया है। इससे पहले लोगों के पास कोई ऐसा प्लेटफार्म नहीं था जहां वे अपनी समस्याओं को ले जा सकते थे और उन्हें हल करवा सके। उन्होंने बताया कि 25 दिसंबर जो पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन शासन दिवस के रूप में मनाया गया था। इसी दिन को भारत सरकार द्वारा हरियाणा सीएम विंडो  का उद्घाटन करने के लिए चुना गया था। सीएम विंडो एक शिकायत प्राप्त करने वाला पोर्टल है जो  हरियाणा राज्य के प्रत्येक जिलों से जुड़ा हुआ है। पीड़ित लोग अपनी शिकायत किसी भी विभाग में दर्ज करा सकते हैं और निर्धारित अवधि के भीतर अपनी समस्या का हल प्राप्त कर सकते हैं। इस लिये अधिकारी इस सम्बंध में अपने से जुड़े दायित्वों को निष्ठा एवं ईमानदारी से पूरा करें। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से  सोशल मीडिया ग्रीवैंसीज ट्रेकर (एस.एम.जी.टी.) पर आई शिकायतों पर त्वरित संज्ञान लेने बारे भी आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। इस दौरान सीएमजीजीए कर्ण कूपर ने उपरोक्त विषयो पर गहन जानकारी देकर अधिकारियों को जागरूक किया।

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