जे सी बोस विश्वविद्यालय में आयोजित ‘युवा प्रेरणा दिवस’ कार्यक्रम में हुए शामिल

0
427
Spread the love
Spread the love

फरीदाबाद, 17 सितम्बर – हरियाणा तकनीकी एवं उच्चतर शिक्षा के प्रधान सचिव श्री आनंद मोहन शरण ने आज कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सही एवं प्रभावी क्रियान्वयन राज्य सरकार के फोकस का प्रमुख क्षेत्र है, जिसकी जिम्मेदारी राज्य के तकनीकी एवं उच्चतर शिक्षण संस्थानों पर है।

श्री आनंद मोहन शरण आज आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 71वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा आयोजित ‘युवा प्रेरणा दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस उपलक्ष्य को चिन्हित करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा युवाओं के लिए आइडियाथाॅन चैलेंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। इस अवसर पर प्रधान सचिव ने विश्वविद्यालय द्वारा विकसित जे.सी. बोस टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन भी किया। इस इन्क्यूबेशन सेंटर की शुरूआत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों और पूर्व छात्रों के उद्यमशीलता के प्रयासों को सहयोग देने के उद्देश्य से की गई है। इस अवसर पर प्रधान सचिव ने विश्वविद्यालय में डिजिटल स्टूडियो एवं इंडस्ट्री स्किल सेंटर सहित विभिन्न सुविधाओं का जायजा भी लिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान सचिव ने कहा कि मेक-इन-इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सोच का परिणाम है और इन सभी कार्यक्रमों का मुख्य बिन्दू हमारे युवा ही है। उनके जन्म दिवस पर विश्वविद्यालय द्वारा ‘युवा प्रेरणा दिवस’ का आयोजन एक सार्थक पहल है। उन्होंने कहा कि युवाओं की अभिनव सोच को स्टार्ट-अप के रूप में प्रोत्साहन देने के लिए विश्वविद्यालय का एक अच्छा प्रयास है तथा बेहतरीन सुविधा है, जोकि आज प्रदेश के प्रत्येक विश्वविद्यालय की आवश्यकता भी है।

उन्होंने कहा कि जे.सी. विश्वविद्यालय हरियाणा के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान के रूप में पहचाना जाता है। वर्ष 1969 को इंडो-जर्मन परियोजना के अंतर्गत इंजीनियरिंग संस्थान के शुरू हुए इस संस्थान का फरीदाबाद क्षेत्र के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है तथा विश्वविद्यालय के विकास में इसके पूर्व छात्रों की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल भी शिक्षण संस्थानों में पूर्व छात्रों से जुड़ाव को लेकर विशेष बल देते रहे है, जोकि इस विश्वविद्यालय में देखने को मिलती है।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को लेकर प्रयासरत है। इंक्यूबेशन सेंटर एवं कौशल विकास केन्द्रों की स्थापना शिक्षा नीति को लेकर विश्वविद्यालय की योजना का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय गुणवत्ता मानदंडों पर बेहतर प्रदर्शन करने की दिशा में भी काम कर रहा है, जिसमें विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ रैंकिंग में इंजीनियरिंग, प्रबंधन एवं विश्वविद्यालय श्रेणी में उपस्थित दर्ज करवाई है तथा नैक मान्यता के अगले चरण में विश्वविद्यालय बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा रखता है। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव डाॅ. एस.के. गर्ग ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

इससे पहले डीन प्लेसमेंट, एलुमनाई व कारपोरेट अफेयर प्रो. विक्रम सिंह ने अपने संबोधन में ‘युवा प्रेरणा दिवस’ कार्यक्रम की परिकल्पना एवं युवा आइडियाथॉन चैलेंज को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि युवा आइडियाथॉन चैलेंज में लगभग 50 विद्यार्थियों ने प्रौद्योगिकी पर आधारित अपने स्टार्ट-अप आइडिया प्रस्तुत किये है, जिसमें श्रेष्ठ पांच आइडिया का चयन फाइनल राउंड के लिए किया गया है। प्रतियोगिता के अंतिम चरण में श्रेष्ठ तीन प्रतिभागियों का चयन किया जायेगा। आइडियाथॉन प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रथम स्थान के लिए 10,000 रुपये, दूसरे स्थान के लिए 5000 रुपये तथा तीसरे स्थान के लिए 3000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा। इसके अलावा, विजेताओं को विश्वविद्यालय के टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर में अपने आइडिया को इंक्यूबेट करने तथा उद्यम के रूप में विकसित करने के लिए परामर्श एवं सहयोग सेवाएं भी प्रदान की जायेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here