अखिल भारतीय वाल्मीकि संगठन ने दीप जलाकर नववर्ष का किया स्वागत

इस अवसर पर अरविंद पारछा ने कहा कि जो लोग भारत में ऊंच नीच का भेदभाव पैदा करते आए हैं वह लोग कान खोलकर सुन ले कि भारत में वाल्मीकि समाज ही असली भारतीय है और सीता माता को जब राम जी ने महल से बाहर निकाल दिया था तब भगवान वाल्मीकि जी ने उन्हें शरण दी और लव कुश का जन्म भी वही हुआ जब कुश गुम हो गया था सीता जी रोने लगी जब भगवान वाल्मीकि जी ने क्लोन से कुश को बनाया और सीता जी को दिया लव कुश को शिक्षा में भी इतना निपुण किया कि जब वक्त आया तो राम जी की पूरी सेना को मार गिराया और महाबली हनुमान जी को भी बंदी बना लिया। इसलिए सबसे पुराना इतिहास वाल्मीकि समाज का है। इस मौके पर हरियाणा वाल्मीकि महासभा के जिला प्रधान लीलू राम भगवान , दो नंबर वाल्मीकि बस्ती के प्रधान दिलीप चंडालिया, एक नंबर बस्ती के प्रधान राजू बेनीवाल ,सुमित ,प्रीतम, प्रेमदास ,अमित ,सागर, अमरपाल गहलोत आदि मौजूद रहे।