महिला थाना प्रभारी इंदु बाला के नेतृत्व में दुर्गा शक्ति टीम ने छात्राओं को महिला सुरक्षा के प्रति किया जागरूक

फरीदाबाद: 25 अगस्त। पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के दिशा निर्देशानुसार एवं पुलिस उपायुक्त मुख्यालय नितिन अग्रवाल के निर्देशन तथा एसीपी मनीष सहगल के मार्गदर्शन व बल्लबगढ़ महिला थाना प्रभारी इंदु बाला के नेतृत्व में सेक्टर 8 स्थित महिला पॉलिटेक्निक विश्वविद्यालय में छात्राओं को दुर्गा शक्ति टीम ने पोक्सो एक्ट, बाल अपराध तथा दहेज जैसी कुरीतियों के विरुद्ध तथा महिला शक्ति एप मोबाइल में डाउनलोड करवाने के साथ-साथ उन्हें अपनी आवाज उठाने और समाज की विभिन्न कुरीतियों के बारे में जागरूक किया।
महिला थाना प्रभारी इंदु बाला ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस आयुक्त के दिशा निर्देश अनुसार पुलिस अपराधों पर अंकुश लगाने के साथ-साथ समाज के विभिन्न वर्गों को समाज में फैली कुरीतियों के बारे में जागरुक करने का काम भी कर रही है। अपराधों पर अंकुश लगाने के साथ-साथ नागरिकों को अपराधों के प्रति जागरूक करना भी उतना ही आवश्यक है। पुलिस कार्य में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत महिला पुलिस दुर्गा शक्ति टीमें शहर के अलग-अलग स्थानों पर जाकर आमजन को कानून तथा कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करके उन्हें सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। स्कूल कॉलेज में पढ़ रहे छात्र छात्राएं इस देश का भविष्य है जो आगे चलकर समाज को एक नई दिशा प्रदान करते हैं इसीलिए वह समाज की एक आधारभूत इकाई मानी जाती है। इस आधारभूत इकाई को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करके उनके आत्मविश्वास को बल देना अति आवश्यक है।
इसी कड़ी में बल्लबगढ़ महिला थाना प्रभारी इंदु बाला ने बताया कि महिला पुलिस और दुर्गा शक्ति की टीम विश्वविद्यालय में पहुंचकर छात्राओं को बाल अपराध के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें इस प्रकार की कुरीतियों से लड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि समाज में फैली कुरीतियों और कुछ नकारात्मक प्रवृत्ति के लोग भ्रूण हत्या, निरक्षरता, शोषण, नशा इत्यादि कुरीतियों को अपनी संस्कृति समझते हैं परंतु उन्हें यह ज्ञात होना चाहिए कि यह पूरे समाज के लिए नुकसानदायक है जिसकी वजह से समाज में अपराध और अपराधियों की संख्या में वृद्धि होती है। जन्म से पहले ही लिंग जांच करवाकर कन्याओं को गर्भ में ही मरवा दिया जाता है जो कि कानून के साथ-साथ मानव जगत की नजर में भी एक अपराध है और हमें इस प्रकार के अपराधों के प्रति जागरूक होकर इसके विरुद्ध आवाज उठानी चाहिए ताकि किसी अन्य बच्चे या महिला को इसका शिकार होने से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर छात्राओं को पुलिस से संपर्क करने के माध्यमों के बारे में जागरूक करते हुए पुलिस टीम ने किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना 112 पर दे सकते हैं। इसके अलावा महिला हेल्पलाइन 1091 और बच्चों से संबंधित किसी भी अपराध के लिए वह 1098 पर संपर्क कर सकते हैं। इस जागरूकता कैंपेन का समापन किया गया जिसमें छात्राओं द्वारा पूरी पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद किया।