आईएमएसएमई आफ इंडिया द्वारा ”हाउ टु एस्टैबलिश एंड एन्हैंस एक्सपोर्ट एंड इंटरनेशनल बिजनेस” सैशन का आयोजन

फरीदाबाद। प्रमुख प्रशिक्षक एवं मैंटर डा0 प्रवीण श्री वास्तव ने उद्योग प्रबंधकों विशेषकर निर्यातक ईकाईयों से आह्वान किया है कि वे सरकार द्वारा निर्यातकों को प्रोत्साहित किये जाने संबंधी योजनाओं के संबंध में जागरूक रहें और अपने उद्योग के संचालन व प्रक्रिया में अंतर्राष्ट्रीय मानकों की पालना पर ध्यान दें।
यहां प्रमुख औद्योगिक संगठन आईएमएसएमई आफ इंडिया द्वारा आयोजित ”हाउ टु एस्टैबलिश एंड एन्हैंस एक्सपोर्ट एंड इंटरनेशनल बिजनेस” सैशन में उद्योग प्रबंधकों व निर्यातकों को संबोधित करते हुए डा0 प्रवीण ने कहा कि कोरोना उपरांत चुनौतियां बढ़ी हैं परंतु इसके साथ-साथ अवसर भी उबर कर सामने आए हैं जिनका लाभ उठाया जाना चाहिए।
डा0 प्रवीण ने निर्यातकों के समक्ष आने वाली विभिन्न समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि निर्यातकों को ध्यान रखना चाहिए कि उनका उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार की गुणवत्ता के अनुरूप हों।
आपने भुगतान संबंधी तथ्यों, भुगतान संबंधी इंश्योरेंस संबंधी विभिन्न तथ्यों की जानकारी दी। किसी भी प्रकार का विवाद होने पर उसके समाधान संबंधी टिप्स भी उपस्थितजनों को दिए गए। आपने कहा कि निर्यातकों के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में कई चीजें आवश्यक है, जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने अपने विचार व्यक्त करते कहा कि मौजूदा स्थिति में अवसर का लाभ उठाना उद्योगों के लिए काफी जरूरी है। श्री चावला ने ”वेकअप टू इंसीप्रीरेशन-अपना टाईम आएगा” प्रोजैक्ट का हवाला देते हुए कहा कि एसएमई सैक्टर को आगे बढ़ाने के लिये यह प्रोजैक्ट काफी कारगर सिद्ध हो रहा है।
श्री चावला ने बताया कि ”मिशन फाइव एक्स” और ”मिशन 100 प्लस” वर्ष 2022 के ऐसे थीम प्रोजैक्ट हैं जिन्हें वेकअप टू इन्सीप्रीरेशन के तहत शामिल किया गया है।
श्री चावला ने निर्यातकों के लिये नई संभावनाओं का जिक्र करते कई ऐसी योजनाओं व प्रोजैक्टों की जानकारी दी जिनसे एक्सपोर्ट व अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भागीदारी को बढ़ाया जा सकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित उद्योग प्रबंधकों व निर्यातकों ने विभिन्न प्रश्नों द्वारा अपनी शंकाओं को वक्ताओं के समक्ष रखा जिनका उत्तर प्रभावी रूप से दिया गया। सैशन में विभिन्न उद्योगों व निर्यातकों ईकाईयों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।