April 30, 2025

बिना दहेज शादी करके नागर परिवार ने समाज में कायम की नई मिसाल : भूपेंद्र हुड्डा

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सादगीपूर्वक सम्पन्न हुआ विधायक ललित नागर के भतीजे के आर्शीर्वाद समारोह

Faridabad News : तिगांव विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक ललित नागर के भतीजे अंकित नागर का आर्शीवाद समारोह बीती रात सादगीपूर्वक सम्पन्न हुआ। समारोह में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहुंचकर वर-वधू को शुभाशीष देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नागर परिवार को बधाई देते हुए कहा कि इस परिवार ने सादगीपूर्वक अपने बेटे की शादी करके समाज को एक अच्छा संदेश देने का काम किया है। उन्होंने केवल 51 व्यक्तियों की बारात ले जाकर व 101 रुपए शगुन के रुप में लेकर वर्षाे पुरानी चली आ रही दहेज प्रथा पर अकुंश लगाने की एक सराहनीय पहल की है, जिसके लिए नागर परिवार बधाई का पात्र है।

उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि का दायरा समाज में बहुत बड़ा होता है परंतु नागर परिवार ने समाज में फैल रही दहेज प्रथा जैसी कुरीति को रोकने के लिए स्वयं इसकी शुरुआत अपने परिवार से की है, जिससे समाज में फैल रही दहेज प्रथा जैसी बुराई पर पूर्ण रुप से पाबंदी लगाई जा सके। श्री हुड्डा ने समाज की छत्तीस बिरादरियों से आह्वान किया कि वह दहेज प्रथा का बहिष्कार करते हुए अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलवाएं और उनके शादी-ब्याह सादगीपूर्वक करके इस प्रचलन को बढ़ावा दें। इस मौके पर विधायक ललित नागर ने कहा कि सितंबर माह में गुडग़ांव के तिगरे गांव में एनसीआर की हरियाणा गुर्जर महासभा की एक विशाल पंचायत आयोजित हुई थी, जिसमें सर्व सम्मति से यह फैसला लिया गया था कि आने वाले समय में गुर्जर समाज के लोग अपने बच्चों की शादी बिना फिजूलखर्ची के करेंगे।

पिछले माह सेक्टर-16 स्थित गुर्जर भवन में फरीदाबाद गुर्जर सभा की पंचायत में इस फैसले को दोहराया गया और उन्होंने स्वयं उस पंचायत में घोषणा की थी कि उनके परिवार में भी जल्द एक बच्चे की शादी होने जा रही है, जिसे वह पूरी तरह से दहेज रहित करेंगे और समाज से किए इस वायदे को उन्होंने आज पूरा करते हुए अपने भतीजे अंकित नागर की बिना दान-दहेज के दिल्ली निवासी चौ. इंद्रजीत सिंह की बेटी आरुषि से विवाह कराया है। इस विवाह समारोह में डीजे, आतिशबाजी व फिजूलखर्ची आदि का पूर्ण रुप से बहिष्कार किया गया। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज के साथ-साथ आज अन्य समाज के लोगों को भी जागरुक होते हुए दहेज प्रथा के नाम पर होने वाले लेन-देन का बहिष्कार करना चाहिए और बिना किसी दिखावे के सादगीपूर्वक विवाह करने चाहिए ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी दहेज जैसे अभिशाप से दूर रहे।

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