इंग्लैंड ने भारत के साथ कंप्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में एक-दूसरे के साथ काम करने पर की इच्छा जताई : रामबिलास शर्मा

Mahendragarh News, 03 July 2019 : हरियाणा के तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा के नेतृत्व में लंदन के दौरे पर गए प्रतिनिधिमंडल ने आज कंप्यूटर साईंस के क्षेत्र में शिक्षा देने के मामले में विश्व की ख्यातिप्राप्त यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन में वहां के उच्च अधिकारियों से मीटिंग की तथा उच्चतर एवं तकनीकी शिक्षा के बारे में चर्चा की।
यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन की प्रो-वाइस चांसलर(इंटरनेशनल) एवं चीफ एक्जीक्यूटिव मैरी स्टेयनसी की हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल के साथ कंप्यूटर साईंस की डिग्री बारे दोनों देशों की तुलनात्मक शिक्षा एवं तकनीक पर बातचीत हुई। मैरी स्टेयनसी ने माना कि उनकी यूनिवर्सिटी में भारत से पढऩे आने वाले विद्यार्थी वास्तव में प्रतिभावान होते हैं और यहां से डिग्री पूरी करने के बाद काफी बड़े पैकेज पर जॉब कर रहे हैं। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर बताया कि हरियाणा सरकार उच्चतर व तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों की शिक्षा पर भी जोर दे रही है, जिस पर मैरी स्टेयनसी काफी प्रभावित हुई। कंप्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में एक-दूसरे के साथ भविष्य में काम करने पर की इच्छा जताई।
श्री शर्मा की अध्यक्षता में हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल ने साऊथ एंड सैंट्रल एशिया के बिजिनेस रिजनल डेवलेपमैंट मैनेजर लेविस मैककिन्नॉन के साथ भी मीटिंग की। इस दौरान हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने भारत के धार्मिक पवित्र ग्रंथ गीता यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन की प्रो-वाइस चांसलर(इंटरनेशनल) एवं चीफ एक्जीक्यूटिव मैरी स्टेयनसी को भेट की।
इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री के साथ तकनीकी शिक्षा विभाग हरियाणा के महानिदेशक ए. श्रीनिवास, गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ टंकेश्वर सचदेवा, दीनबन्धु छोटूराम यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी मुरथल के कुलपति डॉ. राजेन्द्र अनायत, जे.सी बोस यूनिवर्सिटी फरीदाबाद के कुलपति डॉ. दिनेश कुमार, महर्षि दयानदं विश्वविद्यालय रोहतक के कुलपति डॉ. राजबीर सिंह तथा तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक के के कटारिया भी शामिल उपस्थित थे।