एनपीटीआई ने डिस्कॉम कर्मचारियों के लिए “नेतृत्व एवं रणनीतिक प्रबंधन” पर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया

विद्युत वितरण क्षेत्र की नेतृत्व क्षमता, रणनीतिक सोच तथा प्रबंधन कौशल को सुदृढ़ करना रहा कार्यक्रम का उद्देश्य

डिस्कॉम कर्मचारियों के लिए “नेतृत्व एवं रणनीतिक प्रबंधन” पर छपी किताब का विमोचन

फरीदाबादः सेक्टर-33 स्थित विद्युत मंत्रालय के राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) ने रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के अंतर्गत डिस्कॉम कर्मचारियों के लिए “नेतृत्व एवं रणनीतिक प्रबंधन” विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिसमें महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ, उत्तर प्रदेश, जोधपुर और त्रिपुरा से करीब 30 से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्युत वितरण क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नेतृत्व क्षमता, रणनीतिक सोच तथा प्रबंधन कौशल को सुदृढ़ करना है, जिससे आरडीएसएस के लक्ष्यों की प्रभावी प्राप्ति सुनिश्चित की जा सके।

कार्यक्रम में मुख्यअतिथि आलोक कुमार, सेवानिवृत्त आईएएस, महानिदेशक, (एआईडीए), हेमंत जैन, महानिदेशक एनपीटीआई, संजेश कुमार डीजीएम, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी), डॉ. इंदु महेश्वरी, प्रधान निदेशक (प्रशिक्षण), डॉ. एस. सेल्वम, प्रधान निदेशक (एमबीए/आईटी), डॉ. वत्सला शर्मा, निदेशक (प्रशिक्षण/खरीद), डा. महेन्द्र सिंह, डिप्टी डायरेक्टर और राहुल पांडे, डिप्टी डायरेक्टर सहित समस्त एनपीटीआई टीम  उपस्थित रही। अतिथियों ने (RDSS) के अंतर्गत डिस्कॉम कर्मचारियों के लिए “नेतृत्व एवं रणनीतिक प्रबंधन” पर छपी एक किताब का भी विमोचन किया। एनपीटीआई  के महानिदेशक हेमंत जैन ने अपने संबोधन के दौरान राष्ट्र निर्माण में क्षमता विकास की भूमिका पर प्रकाश डाला तथा विद्युत वितरण क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों के अनुरूप नेतृत्व विकास के महत्व को रेखांकित किया।

कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. इंदु महेश्वरी, प्रधान निदेशक (प्रशिक्षण), एनपीटीआई के स्वागत संबोधन से हुई। उन्होंने आरडीएसएस के सफल क्रियान्वयन हेतु सशक्त नेतृत्व और निरंतर क्षमता निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके पश्चात डॉ. एस. सेल्वम, प्रधान निदेशक (एमबीए/आईटी), एनपीटीआई ने अपने संबोधन में रणनीतिक प्रबंधन एवं डेटा आधारित निर्णय प्रक्रिया को अपनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जिससे डिस्कॉम की कार्यकुशलता एवं सुशासन को और बेहतर बनाया जा सके।

कार्यक्रम में विशेष संबोधन संजेश कुमार डीजीएम, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) द्वारा दिया गया। उन्होंने आरडीएसएस के अंतर्गत संस्थागत सुदृढ़ीकरण एवं सुधारों को आगे बढ़ाने में प्रभावी नेतृत्व की भूमिका पर अपने विचार साझा किए।

मुख्य संबोधन श्री आलोक कुमार, सेवानिवृत्त आईएएस, महानिदेशक, एआईडीए ने दिया। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र में नेतृत्व, परिवर्तन प्रबंधन तथा हितधारक-केंद्रित दृष्टिकोण के महत्व पर विस्तार से चर्चा की।

कार्यक्रम का समापन डॉ. वत्सला शर्मा, निदेशक (प्रशिक्षण/खरीद), एनपीटीआई द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी विशिष्ट अतिथियों, प्रतिभागियों एवं आयोजन टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए एनपीटीआई की गुणवत्ता-आधारित प्रशिक्षण प्रतिबद्धता को दोहराया।

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम डिस्कॉम अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एक साझा मंच प्रदान करता है, जहाँ वे नेतृत्व एवं रणनीतिक प्रबंधन से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर ज्ञान अर्जित कर सकेंगे।