2026-27 बजट को बनाया जाएगा अधिक टिकाऊ और नागरिक-अनुकूल : डी.एस ढेसी
- दो महीनों में सभी स्वीकृतियाँ पूरी करें, 15 फरवरी से शुरू होंगे सड़क मरम्मत कार्य
- एफएमडीए और आई-ट्रिपल-सी एक परिसर में होंगे स्थापित, मॉनिटरिंग सिस्टम होगा और सुदृढ़
- समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए दो-सदस्यीय समिति करेगी सतत मॉनिटरिंग
- यमुना पुल और एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना की प्रगति पर विस्तृत समीक्षा
- शहरी विकास प्रधान सलाहकार डी.एस ढेसी की अध्यक्षता में 7वीं अंतर-एजेंसी समन्वय बैठक हुई आयोजित
फरीदाबाद, 12 दिसंबर।
शहरी विकास प्रधान सलाहकार डी.एस ढेसी की अध्यक्षता में आज शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में जिला फरीदाबाद में चल रही विभिन्न परियोजनाओं पर उपायुक्त आयुष सिन्हा और अन्य संबंधित विभागों व एजेंसी के अधिकारियों के साथ 7वीं अंतर-एजेंसी समन्वय बैठक आयोजित हुई। बैठक में स्मार्ट सिटी परियोजना, अमृत योजना, शहरी परिवहन, जलापूर्ति, सीवरेज नेटवर्क, आवास विकास, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण एवं अन्य शहरी आधारभूत संरचना से जुड़ी योजनाओं पर विशेष रूप से चर्चा की गई।
2026-27 बजट को बनाया जाएगा अधिक टिकाऊ और नागरिक-अनुकूल
शहरी विकास के प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने वर्ष 2026-2027 के बजट संबंधी प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की। बैठक में शहरी बुनियादी ढाँचे के सुदृढ़ीकरण, सार्वजनिक सुविधाओं के विस्तार, स्वच्छता और जल प्रबंधन योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन तथा शहरी परिवहन सुधारों पर विशेष जोर दिया गया। ढेसी ने कहा कि आगामी बजट का उद्देश्य शहरों को अधिक विकसित, टिकाऊ और नागरिक–अनुकूल बनाना है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को योजनाओं की प्राथमिकताओं के अनुरूप अपने प्रस्ताव तैयार करने और विकास कार्यों को समयबद्ध रूप से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।
दो महीनों में सभी स्वीकृतियाँ पूरी करें, 15 फरवरी से शुरू होंगे सड़क मरम्मत कार्य
शहरी विकास के प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने एफएनजी प्रोजेक्ट को “हरियाणा प्रोजेक्ट” के रूप में प्राथमिकता देकर गति प्रदान करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, फरीदाबाद से नोएडा, दिल्ली और जेवर एयरपोर्ट के बीच सड़कों के कनेक्शन को मजबूत बनाने हेतु विभिन्न रोड लिंक और कनेक्टिविटी पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने अधिकारियों निर्देश दिए कि सभी विभाग आगामी दो महीनोंमें प्रशासनिक स्वीकृतियों सहित सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर लें, ताकि 15 फरवरी से सड़क मरम्मत कार्य सुचारु रूप से प्रारंभ किए जा सकें। साथ ही मास्टर सीवरेज लाइन पर भी पूरा ध्यान दिया जाए।
एफएमडीए और आई-ट्रिपल-सी एक परिसर में होंगे स्थापित, मॉनिटरिंग सिस्टम होगा और सुदृढ़
प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने बैठक में ईस्टर्न पेरिफेरल, मथुरा–दिल्ली एक्सप्रेसवे और फरीदाबाद–मथुरा रोड के बीच कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाने के संभावित विकल्पों पर विस्तार से चर्चा की गई। अधिकारियों ने कहा कि शहरी गतिशीलता को सुदृढ़ बनाने के लिए इन सड़कों के बीच सुचारु और तेज संपर्क अत्यंत आवश्यक है। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि एमसीएफ के नए बन रहे कैंपस में एफएमडीए कार्यालय तथा आई-ट्रिपल-सी (Integrated Command and Control Centre) को संयुक्त रूप से स्थापित किया जाए, ताकि शहर की गतिविधियों की मॉनिटरिंग और प्रबंधन को एकीकृत एवं अधिक प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सके।
समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए दो-सदस्यीय समिति करेगी सतत मॉनिटरिंग
प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने कहा कि फतेहपुर चंदिला क्षेत्र में प्रस्तावित सड़क एवं सीवरेज कार्यों की प्रगति पर विशेष चर्चा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि इस परियोजना के लिए स्पष्ट लाइन ऑफ एक्शन तैयार की जाए, जिसमें यह निर्धारित हो कि कार्य कब, कैसे और किस क्रम में आगे बढ़ाया जाएगा। क्षेत्र से संबंधित लंबित मुद्दों और अवरोधों को प्राथमिकता से दूर करने पर भी जोर दिया गया। परियोजना को गति देने के लिए उपायुक्त (डीसी) और एमसीएफ कमिश्नर की दो-सदस्यीय संयुक्त समिति गठित की गई है, जो समन्वय स्थापित करते हुए कार्यों की सतत समीक्षा और समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी।
प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने कहा कि फरीदाबाद में कनेक्टिविटी को सुदृढ़ बनाने और प्रमुख बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं को गति देने के उद्देश्य से आयोजित बैठक में ईस्टर्न पेरिफेरल, जेवर एयरपोर्ट कनेक्टिविटी तथा अन्य महत्वपूर्ण मार्गों की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि जेवर से ईस्टर्न पेरिफेरल कॉरिडोर का लगभग 85 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य को भी प्राथमिकता के साथ पूर्ण किया जा रहा है।
- यमुना पुल और एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना की प्रगति पर विस्तृत समीक्षा
बैठक में यमुना नदी पर प्रस्तावित पुल (ब्रिज ऑन यमुना) तथा अप्रैल 2027 तक निर्धारित एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना की प्रगति पर भी मंथन किया गया। अधिकारियों ने परियोजना में आ रही प्रमुख बाधाओं की जानकारी प्रस्तुत करते हुए बताया कि ठोक–समलात क्षेत्र में लगभग 1.6 किलोमीटर के हिस्से पर कानूनी जटिलताएँ उत्पन्न हो रही हैं, जिनके शीघ्र समाधान की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त, कॉरिडोर के सुचारु और समयबद्ध निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत बजट की त्वरित उपलब्धता पर भी जोर दिया गया। बैठक में प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने स्पष्ट निर्देश दिए गए कि आवश्यक वित्तीय संसाधन समय पर उपलब्ध कराए जाएं, ताकि फरीदाबाद से जेवर एयरपोर्ट तक की कनेक्टिविटी को तेज और निर्बाध बनाया जा सके। साथ ही, बैठक में फरीदाबाद डेवलपमेंट प्लान पर भी व्यापक समीक्षा की गई। वर्तमान विकास आवश्यकताओं के अनुरूप योजना में आवश्यक संशोधनों, बाधाओं तथा लंबित अनुमोदनों पर चर्चा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि विकास योजना से जुड़े सभी मुद्दों पर डायरेक्टर, कंट्री प्लानिंग के साथ सीधा समन्वय स्थापित करते हुए समाधान की प्रक्रिया को तेज किया जाए।
बैठक में उपायुक्त आयुष सिन्हा, एचएसवीपी की प्रशासन अनुपमा अंजलि सहित अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।