हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने चंडीगढ़ तमिल संगम की सेवा भावना और सांस्कृतिक प्रतिबद्धता की सराहना की

 

चंडीगढ़, 9 नवंबर— हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने रविवार को चंडीगढ़ तमिल संगम की 55वीं वर्षगांठ समारोह के दौरान सामाजिक कल्याणशिक्षा और सांस्कृतिक सद्भाव में इसके निरंतर योगदान के लिए इसकी सराहना की। इस अवसर पर हरियाणा की प्रथम महिला श्रीमती मित्रा घोष भी उपस्थित थीं।

 

राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने समारोह को संबोधित करते हुए इस ऐतिहासिक समारोह का हिस्सा बनने पर अपार प्रसन्नता व्यक्त की और याद दिलाया कि कैसे तमिल समुदाय के सदस्य लगभग छह दशक पहले चंडीगढ़ आए थेजब स्वतंत्रता के बाद सिटी ब्यूटीफुल का निर्माण हो रहा था। उन्होंने कहा, "सिटी ब्यूटीफुल के निर्माण और रखरखाव में आपका योगदान अत्यंत सराहनीय है।"

 

उन्होंने संगम द्वारा अपनी एमरल्ड जुबली को दान के उत्सव के रूप में मनाने की पहल की सराहना की। इसके साथ हीउन्होंने विद्या धनम पहल के माध्यम से वंचित बच्चों में शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा, "आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि के बच्चों की शिक्षा का समर्थन करके राष्ट्र निर्माण के प्रति आपके समर्पण को देखकर बहुत खुशी होती है।"

 

उन्होंने चंडीगढ़ के बहुसांस्कृतिक ताने-बाने में तमिल परंपराओं और मूल्यों के प्रति सम्मान को बढ़ावा देने के लिए तमिल संगम के प्रयासों की सराहना की। कलाकारों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि आज का उत्सवतमिल रीति-रिवाजोंपरिधानों और परंपराओं को प्रदर्शित करते हुएएक समृद्ध और मनमोहक सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है।

 

इससे पहलेवरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्री जेएम बालामुरुगन ने स्वागत भाषण दियाजबकि आईएएस श्री सीजी रजनीकांतन ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में राज्यपाल के सचिव आईएएस श्री डीके बेहेराआईएएस श्री माधवन  (सेवानिवृत्त)आईएएस श्रीमती राजी पी श्रीवास्तवआईएएस श्री राजशेखरनश्री शक्ति पेरुमल और चंडीगढ़ तमिल संगम के सदस्य शामिल थे।