जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में ‘जॉय ऑफ गिविंग’ की शुरुआत
फरीदाबाद, 12 नवंबर – जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कालम चौक पर आज वार्षिक सामाजिक पहल ‘जॉय ऑफ गिविंग’ का शुभारंभ हुआ, जोकि एक सप्ताह भर चलने वाला अभियान है तथा 17 नवंबर 2025 तक जारी रहेगा।
इस अवसर पर डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. प्रदीप डिमरी तथा गतिविधि समन्वयक एवं विभागाध्यक्ष (फिजिक्स) प्रो. सोनिया बंसल की उपस्थिति में कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।
कुलपति प्रो. राजीव कुमार ने ‘जॉय ऑफ गिविंग’ अभियान आयोजित करने में संकाय सदस्यों एवं छात्रों द्वारा की गई उत्कृष्ट पहल की भरपूर सराहना की तथा उनकी समर्पण भावना और सक्रियता की प्रशंसा करते हुए कहा कि परिसर में सहानुभूति एवं सामाजिक उत्तरदायित्व की संस्कृति को बढ़ावा देने में ये प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास न केवल सामुदायिक बंधनों को मजबूत करते हैं, बल्कि राष्ट्र-निर्माण में सार्थक योगदान देने वाले सामाजिक रूप से जागरूक नागरिकों को तैयार करने के विश्वविद्यालय के मिशन से भी पूर्णतः संरेखित हैं।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. सोनिया बंसल ने बताया कि यह गतिविधि विश्वविद्यालय में 2012 से गौरवपूर्ण परंपरा के रूप में निरंतर आयोजित की जा रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय समुदाय से नए या उनके द्वारा उपयोग में न लाये जाने वाले कपड़े, जूते, खिलौने, किताबें और अन्य आवश्यक वस्तुएं दान करने का आह्वान किया ताकि अनाथ बच्चों तथा वृद्धाश्रमों में रहने वाले बुजुर्गों के जीवन में खुशी लाई जा सके। गतिविधि के लिए पहले दिन उत्साहजनक प्रतिक्रिया देखने को मिली।
इस साप्ताहिक गतिविधि में कालम चौक नोडल केंद्र के रूप में कार्य करेगा तथा 17 नवंबर 2025 तक प्रतिदिन स्टडेंट वालंटियर्स दान के जाने वाली वस्तुएं प्राप्त करेंगे, छांटेंगे तथा सूचीबद्ध करेंगे। अभियान समाप्ति तक सभी एकत्रित वस्तुओं का वितरण स्थानीय अनाथालयों तथा वृद्धाश्रमों में किया जाएगा, जिससे वंचितों के जीवन पर प्रत्यक्ष एवं सार्थक प्रभाव पड़ेगा। अभियान को सफल बनाने में छात्राएं श्रेया, नेहा तथा कशिश की समर्पित रूप से स्वैच्छिक योगदान दे रही है।