सलमान अली के सुरों पर झूम उठा सूरजकुंड दिवाली मेला, संगीत और देशभक्ति से सराबोर हुई सांस्कृतिक संध्या
सलमान अली के सुरों पर झूम उठा सूरजकुंड दिवाली मेला, संगीत और देशभक्ति से…
सलमान अली के सुरों पर झूम उठा सूरजकुंड दिवाली मेला, संगीत और देशभक्ति से…
क्विक हील टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड ने दीवाली सीज़न में ऑनलाइन खरीदारों को निशाना बनाने वाले नए साइबर ठगी के तरीकों का किया खुलासा
भारत, 06 अक्टूबर 2025: क्विक हील टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड, विश्व की अग्रणी साइबर सुरक्षा कंपनियों में से एक, ने चेतावनी जारी की है कि दीवाली के त्योहारी मौसम में साइबर धोखाधड़ी के मामलों में तेज़ वृद्धि दर्ज की जा रही है। भारत की सबसे बड़ी मैलवेयर विश्लेषण प्रयोगशाला, सेकराइट लैब्स के शोधकर्ताओं ने बताया कि अब साइबर अपराधी आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित टूल्स का उपयोग कर बेहद निजी और चालाक साइबर हमले कर रहे हैं। ये हमले न केवल उपभोक्ताओं, बल्कि व्यवसायों को भी निशाना बना रहे हैं।
उद्योग से मिले आँकड़ों के अनुसार, दीवाली 2024 के दौरान ई-कॉमर्स बिक्री 90,000 करोड़ रुपये के आँकड़े को पार कर गई थी, जबकि भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज़्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ने पीक सीज़न में हर दिन 13 लाख से अधिक टिकट बुकिंग्स दर्ज कीं। डिजिटल लेनदेन में इस तेज़ उछाल ने, सेकराइट लैब्स के शब्दों में, एक “परफ़ेक्ट स्टॉर्म” तैयार कर दिया है — यानी ऐसा माहौल जिसमें साइबर अपराधियों के लिए धोखाधड़ी फैलाने के सबसे अनुकूल हालात बन गए हैं।
हाल ही में त्योहारों की खरीदारी करने वालों को निशाना बनाते हुए बड़ी संख्या में नकली (इमपरसोनेशन) संदेश देखे गए हैं। इनमें से कई संदेश इस तरह तैयार किए गए हैं कि वे लोगों में झूठी जल्दबाज़ी या आर्टिफ़िशियल अर्जेंसी का माहौल पैदा करते हैं और उपयोगकर्ताओं को बिना किसी सत्यापन के संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने के लिए उकसाते हैं।
क्विक हील टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड की प्रोडक्ट स्ट्रैटेजी हेड, स्नेहा काटकर ने कहा, “जनरेटिव एआई के आने से धोखेबाज़ों के लिए अब बेहद व्यक्तिगत और सटीक संदेश तैयार करना आसान हो गया है। त्योहारों के मौसम में हमारे इनबॉक्स अक्सर ‘लाइटनिंग डील्स’ जैसे आकर्षक ऑफ़र्स से भर जाते हैं, लेकिन सबसे चमकदार संदेश कभी-कभी सबसे खतरनाक भी साबित हो सकते हैं — जैसे डिजिटल ट्रोजन बम।
साइबर अपराधी त्योहारी खरीदारी के ‘फोमो’ (FOMO-Fear of Missing Out) का फ़ायदा उठाते हैं और ई-मेल की सब्जेक्ट लाइन में आक्रामक काउंटडाउन या खाता बंद करने की धमकियाँ डालते हैं — जो असली व्यापारी शायद ही कभी करते हैं।”
क्विक हील टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड ने त्योहारी खरीदारों को निशाना बनाने वाले साइबर हमलों के पाँच प्रमुख पैटर्न की पहचान की है।
क्विक हील टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड के विश्लेषण से पता चला है कि साइबर अपराधी अब पहले हुए डेटा उल्लंघनों से मिले डाटा का इस्तेमाल करके अपने सोशल इंजीनियरिंग हमलों को और ज़्यादा खतरनाक बना रहे हैं।
हाल के वर्षों में ऐसे कई बड़े डेटा लीक सामने आए हैं जिनमें लाखों उपभोक्ताओं की निजी जानकारियाँ — जैसे आधार और पासपोर्ट विवरण — उजागर हुईं। अपराधी अब इन्हीं असली सूचनाओं का सहारा लेकर ऐसे नकली संदेश और कॉल तैयार करते हैं, जो देखने और सुनने में बिल्कुल असली लगते हैं। इस वजह से त्योहारी सीजन में चलने वाले फर्जी अभियानों को पहचानना आम लोगों के लिए और मुश्किल हो गया है।
सेकराइट लैब्स के शोधकर्ताओं ने “डिजिटल अरेस्ट” स्कैम्स में भी बढ़ती गतिविधियों की पहचान की है। इन मामलों में अपराधी खुद को किसी सरकारी एजेंसी या प्राधिकरण का अधिकारी बताकर फोन कॉल, ईमेल या वीडियो संदेशों के ज़रिए संपर्क करते हैं। वे पीड़ितों पर ड्रग तस्करी या मनी लॉन्ड्रिंग जैसे झूठे आरोप लगाते हैं और पहले से लीक हुई व्यक्तिगत जानकारी का हवाला देकर बात को विश्वसनीय बना देते हैं। कई बार लोग डर या घबराहट में पैसे ट्रांसफर कर देते हैं या संवेदनशील जानकारी साझा कर बैठते हैं।
क्विक हील टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड ने उपभोक्ताओं को सतर्क रहने की सलाह दी है। कंपनी ने कहा है कि अपने सभी डिवाइस और सॉफ़्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करें, किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, यूपीआई भुगतान करने से पहले प्राप्तकर्ता का नाम और विवरण जांचें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत cybercrime.gov.in पर करें। क्विक हील का AntiFraud.AI — जो भारत का पहला एआई-आधारित धोखाधड़ी-रोकथाम समाधान है — रियल-टाइम फिशिंग डिटेक्शन, स्कैम कॉल अलर्ट और डार्क वेब मॉनिटरिंग जैसी सुविधाएँ प्रदान करता है, जिससे उपयोगकर्ता इन नए और विकसित होते साइबर खतरों से सुरक्षित रह सकते हैं।
कंपनी ने चेताया है कि भारत में त्योहारी सीजन के दौरान एआई-संचालित साइबर अपराधों में तेज़ी डिजिटल सुरक्षा के लिए एक नए दौर की शुरुआत का संकेत है। त्योहारों में बढ़ती ऑनलाइन गतिविधियों के बीच, क्विक हील टेक्नोलॉजीज़ का मानना है कि उपभोक्ताओं और व्यवसायों की सुरक्षा के लिए सिर्फ तकनीकी समाधान ही नहीं, बल्कि सतर्कता और जागरूकता भी उतनी ही ज़रूरी है।