जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में रोबोटिक्स और ऑटोमेशन पर एक सप्ताह का पाठ्यक्रम शुरू
फरीदाबाद, 14 अक्टूबर - जे. सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित “रोबोटिक्स और ऑटोमेशन: इंटेलिजेंट मैन्युफैक्चरिंग का प्रवेश द्वार” शीर्षक से एक सप्ताह का शार्ट टर्म कोर्स आज शुरू हो गया। यह कार्यक्रम आधुनिक विनिर्माण के लिए रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में कौशल को बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है।
उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. राजीव कुमार ने अध्यक्षता की। विक्टोरिया इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ श्री सतिंदर सिंह बंगा मुख्य अतिथि रहे, जबकि जीजीएसआईपीयू, पूर्वी परिसर, दिल्ली के यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ ऑटोमेशन एंड रोबोटिक्स के प्रो. अजय के. सिंघोली ने मुख्य व्याख्यान दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुई। विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद गुप्ता ने एसटीसी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कोर्स का लक्ष्य रोबोटिक्स और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के छात्रों, संकाय सदस्यों, एमटेक और पीएचडी शोधकर्ताओं को रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और उद्योग-प्रासंगिक तकनीकों के नवीनतम विकास से अवगत करवाना है।
प्रो. राजीव कुमार ने इस पहल की सराहना करते हुए कौशल विकास, शैक्षणिक-उद्योग सहयोग और पारंपरिक कक्षा शिक्षण से परे दक्षताओं को अपडेट करने की आवश्यकता पर बल दिया। श्री सतिंदर सिंह बंगा ने “मेक इन इंडिया” पहल के महत्व को रेखांकित किया और प्रतिभागियों से औद्योगिक विकास में योगदान देने के लिए अपनी एआई और ऑटोमेशन कौशल को निखारने का आह्वान किया।
डॉ. अजय सिंघोली ने अपने मुख्य व्याख्यान में सहयोगी ऑटोमेशन, मानव-रोबोट सहयोग के लिए आईएसओ मानकों, शॉप फ्लोर पर कोबोट्स की तैनाती में चुनौतियों और सेंसर प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान के अवसरों पर चर्चा की।
कार्यक्रम समन्वयकों, डॉ. राजीव साहा, डॉ. राजेश अत्री और डॉ. निशा भट्ट ने डॉ. सिंघोली को स्मृति चिन्ह भेंट किया। उद्घाटन सत्र का समापन डॉ. राजीव साहा द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।