आत्मनिर्भर भारत मेला में देवी शक्ति का अवतरण: मीनू ठाकुर की भव्य प्रस्तुति
- "अष्टभुजा दुर्गा वंदना" की मनोहारी प्रस्तुति के माध्यम से दर्शकों का मन मोहा
सूरजकुंड (फरीदाबाद), 03 अक्टूबर।
दिवाली पर्व के उपलक्ष्य में सूरजकुंड में आयोजित “आत्मनिर्भर भारत स्वदेशी मेला (द्वितीय दिवाली मेला)” के प्रथम दिवस की शाम को बड़ी चौपाल पर प्रसिद्ध कुचिपुड़ी निर्तयांगना मीनू ठाकुर ने कुचिपुड़ी नृत्य की विभिन्न शैलियों को प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।
आत्मनिर्भर भारत स्वदेशी मेला (दिवाली मेला) के प्रथम दिन संध्या के मंच पर वीरवार की शाम संस्कृति और अध्यात्म का अद्भुत संगम देखने को मिला। प्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्यांगना मीनू ठाकुर ने अपनी भव्य प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मीनू ठाकुर ने कुचिपुड़ी नृत्य शैली की एक प्रसिद्ध प्रस्तुति "अष्टभुजा दुर्गा वंदना" की मनोहारी प्रस्तुति के माध्यम से देवी शक्ति की अलौकिक छवि को मंच पर जीवंत कर दिया। लाल-स्वर्ण परिधान और भावपूर्ण अभिव्यक्ति के साथ उनकी प्रस्तुति ने ऐसा दृश्य रच दिया मानो स्वयं मां दुर्गा मंच पर अवतरित हो गई हों। संगीत, ताल और भावाभिनय के अद्भुत समन्वय से सजी इस प्रस्तुति को देखकर दर्शकों ने जोरदार तालियों से उनका स्वागत किया। मेला संध्या में उपस्थित दर्शकगण इस अनूठे प्रदर्शन को लंबे समय तक याद रखेंगे।
आत्मनिर्भर भारत स्वदेशी मेला (दिवाली मेला) संध्या का यह कार्यक्रम भारतीय शास्त्रीय नृत्य और लोक संस्कृति के सम्मिश्रण का सशक्त उदाहरण रहा, जिसमें कला के विविध रंगों ने हरियाणा की धरती पर सांस्कृतिक उत्सव का रंग और गहरा कर दिया।