समाधान शिविर पोर्टल पर दर्ज शिकायतों को गंभीरता से लें विभाग: डीसी विक्रम सिंह - मुख्यमंत्री के आयुक्त एवं सचिव अमित अग्रवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ समीक्षा बैठक फरीदाबाद, 19 सितंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री के आयुक्त एवं सचिव अमित अग्रवाल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य समाधान शिविर पर लंबित जनशिकायतों की प्रगति का आकलन करना था। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री के आयुक्त एवं सचिव अमित अग्रवाल ने सभी उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में समाधान शिविर पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का त्वरित, पारदर्शी और संतोषजनक निपटान सुनिश्चित करें। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के उपरांत उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने जिला के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समाधान शिविर पोर्टल की विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोर्टल पर दर्ज सभी शिकायतों का निवारण प्रभावी, दीर्घकालिक और पारदर्शी तरीके से किया जाए, ताकि नागरिकों को वास्तविक राहत मिल सके। डीसी विक्रम सिंह ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक विभाग यह सुनिश्चित करे कि शिकायतों की एंट्री सही, स्पष्ट और वास्तविक स्थिति के अनुरूप हो। उन्होंने कहा कि कई बार एंट्री में लापरवाही या अस्पष्ट जानकारी के कारण मुख्यालय स्तर पर शिकायतें दोबारा खुल जाती हैं, जो प्रशासनिक कार्यप्रणाली को प्रभावित करती हैं। इसलिए सभी विभागों को इस दिशा में विशेष सावधानी बरतनी होगी। उन्होंने अधिकारियों से यह भी अपेक्षा की कि वे अपने-अपने विभाग से संबंधित पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों की पूरी जानकारी रखें और उनकी प्रगति की नियमित समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि शिकायतों के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान से न केवल प्रशासन पर जनता का विश्वास बढ़ेगा, बल्कि शासन की योजनाओं और सेवाओं की प्रभावशीलता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर पोर्टल सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य लोगों की समस्याओं को सरल, पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से हल करना है। इसके सफल क्रियान्वयन के लिए सभी विभागों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी स्वयं समाधान शिविर पोर्टल पर दर्ज शिकायतों पर नजर रखे हुए हैं तथा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जिला स्तर तक मामलों की समीक्षा विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जा रही है। ऐसे में अधिकारियों को चाहिए कि इन माध्यमों पर प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से लेकर उनका निस्तारण तय समय सीमा में करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिकायतों का समाधान करते समय केवल प्रशासनिक या विधिक पक्षों पर ध्यान केंद्रित करना पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि उसमें मानवीय संवेदनशीलता और व्यावहारिक दृष्टिकोण को भी बराबरी से जोड़ा जाना आवश्यक है। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि अधिकारियों द्वारा समस्याओं का निपटारा इस तरह किया जाए कि आमजन को वास्तविक राहत और संतोष प्राप्त हो। बैठक में सीईओ जिला परिषद शिखा, एसडीएम बड़खल त्रिलोक चंद, एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, डीसीपी उषा, सीटीएम अंकित कुमार सहित अन्य सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।