
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने नशा मुक्ति केन्द्र का किया औचक निरीक्षण
- सीजेएम रितु यादव ने मरीजों की समस्याएं सुनीं, समाधान का दिया आश्वासन
फरीदाबाद, 10 सितम्बर।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, फरीदाबाद की ओर से मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद ने सेक्टर-14 स्थित नशा मुक्ति केन्द्र का औचक निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्रों की कार्यप्रणाली पर निगरानी रखने तथा उनकी सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से किया गया।
निरीक्षण के दौरान केंद्र में कुल 9 मरीज भर्ती पाए गए, जो सभी शराब की लत से मुक्ति पाने के लिए उपचाररत थे। उस समय केन्द्र में कोई बाहरी (ओपीडी) मरीज उपस्थित नहीं था।
निरीक्षण के दौरान सीजेएम एवं जिला सेवा प्राधिकरण की सचिव रितु यादव ने वहां रह रहे लोगों से बातचीत की बातचीत के दौरान एक मरीज ने शिकायत की कि केन्द्र में पीने के पानी की व्यवस्था बाधित है और ताज़ा राशन भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस पर उपस्थित अधिकारी ने मरीजों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान कराया जाएगा। इस विषय पर जब केन्द्र इंचार्ज धर्मेंद्र से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि पानी का नल टूट गया है तथा प्लम्बर को मरम्मत हेतु बुला लिया गया है।
इसके अलावा, निरीक्षण के समय ब्लू बर्ड सीनियर सेकेंडरी स्कूल, एसजीएम नगर की 5 छात्राएं इंटर्नशिप हेतु केन्द्र पर मौजूद थीं। साथ ही योग प्रशिक्षक जनक राज भी उपस्थित थे, जो मरीजों को नियमित योगाभ्यास करवा रहे थे। मरीज योग एवं अन्य स्वास्थ्य गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए देखे गए।
निरीक्षण के दौरान यह अनुभव हुआ कि मरीजों के स्वास्थ्य, अनुशासन और मानसिक संतुलन हेतु योग व परामर्श जैसी गतिविधियाँ उपयोगी सिद्ध हो रही हैं। हालांकि, मूलभूत सुविधाएँ जैसे स्वच्छ पेयजल व समय पर राशन उपलब्ध कराना भी उतना ही आवश्यक है। इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, फरीदाबाद समय-समय पर ऐसे केन्द्रों का निरीक्षण करता रहेगा, ताकि नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती मरीजों को सभी सुविधाएं समय पर और सही रूप में उपलब्ध हो सके तथा उनका शीघ्र पुनर्वास सुनिश्चित किया जा सके।