विद्यालयों को छात्रों के लिए खोलने का समय तीन घंटे रहेगा : जिला शिक्षा अधिकारी ऋतु चौधरी

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फरीदाबाद, 14 जुलाई। जिला शिक्षा अधिकारी ऋतु चौधरी ने खंड शिक्षा अधिकारी, बल्लबगढ़ श्रीमती बलवीर कौर तथा खंड शिक्षा अधिकारी, फरीदाबाद मनोज मित्तल के साथ एक बैठक कर उन्हें विद्यालयों को पुनः आगामी 16 जुलाई तथा 23 जुलाई से खोलने संबंधी विभागीय दिशा निर्देशो की पालना सही रुप से निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी ऋतु चौधरी द्वारा विद्यालयों को पुनः खोलने संबंधी सभी दिशा निर्देशों को विस्तार पूर्वक बारिकी से बताया गया। उन्होंने कहा कि विद्यालयों को छात्रों के लिए खोलने का समय तीन घंटे रहेगा तथा अध्यापकों का समय पूर्ववत रहेगा। सभी स्कूलो में एसएमसी अध्यक्ष की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाए। जिसमें स्कूल मुखिया मेंबर सेक्रेटरी तथा डीपीई/पीटीआई, अन्य अध्यापक, एनसीसी/एनएसएस/स्काउट छात्र, सक्षम युवा, कंप्यूटर टीचर /सिम व क्लास हाउस हैड सदस्य होंगे। जो कोविड -19 के दिशा निर्देशो के पालन कराने की मॉनिटरिंग करेंगे।

जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सभी स्कूल अपने स्कूल के संसाधनों, छात्र संख्या के आधार पर विद्यालय लेवल पर रोस्टर सिस्टम बनाए और कितने छात्रों को किस आधार पर विद्यालय बुलाना है। यह स्कूल मुखिया एसएमसी कमेटी के साथ तय करें। लेकिन अध्यापकों के लिए कोई रोस्टर नही होगा।  छात्रों को खुले में पढ़ाने की व्यवस्था बनाने का प्रयास करें। पेड़ के निचे, खुले बरामदे में या हवादार जगह पर ही बच्चों को बिठाएं। बंद कमरों में छात्रों को बैठाने से बचें। उन्होंने कहा कि स्कूल मुखिया सुनिश्चित करें कि छात्रों के बीच स्कूल प्रांगण में कम से कम छः फीट की दूरी बनी रहे। सभी छात्र मास्क पहने रहें। बार बार साबुन से हाथ धोएं।विद्यालय में सेनिटाइजर का नियमानुसार स्प्रे हो। सभी अध्यापक व छात्र हाथों पर सेनिटाइजर लगाएं। स्कूल मुखिया यह भी सुनिश्चित करेगें कि सभी बच्चों के स्वास्थ्य कि स्वयं मॉनिटरिंग करवाएं। यदि किसी बच्चे को कोविड-19 के संक्रमण का कोई लक्षण दिखाई दे तो उसी समय सूची बना कर रिपोर्ट खंड शिक्षा अधिकारी/जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भेजे। और अधिकारी के पर्सनल  व्हाट्स एप भी शेयर करें। एक भी बच्चा यदि इंफेक्टेड होता है। तो स्कूल बंद कर दिया जाए। सभी बच्चों को चार समूहों में बांटा जाए एवम् ये समूह एक दूसरे के संपर्क में ना आएं।एक जगह भीड़ एकत्र ना हो। सभी बच्चों को उनके नाम से ड्यूल डेस्क अलॉट की जाए , डेस्क शेयरिंग ना हो। उन्होंने बताया कि ध्यान दे कि कोई भी खुले में ना थूकें। सभी अध्यापक आरोग्य एप अवश्य डाउन लोड करें तथा अपडेटेड रखें। मिड डे मील नहीं दिया जाएगा। बच्चे घर से खाना खा कर आएं। पीने के पानी की बोतल यदि संभव हो तो साथ लाएं। सूखा राशन पूर्व की भांति मिलेगा।

सभी अध्यापकों को वैक्सीन लगने की रिपोर्ट खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेजी जाए। सभी अध्यापक और 18 वर्ष से ऊपर का यदि कोई छात्र हो तो प्राथमिकता के आधार पर टीके की दोनों डोज अवश्य लगवाएं। स्कूल में कोविड से बचने के उपाय करते समय ध्यान रहे भय का माहोल ना बनने पाए। उन्होंने कहा कि सभी मुखिया सुनिश्चित करें कि अवसर ऐप पर 100 प्रतिशत हाजिरी प्रतिदिन लगाई जाए। अवसर ऐप के माध्यम से सभी अध्यापकों तथा विद्यालय में उपस्थित सभी छात्रों की हाजिरी तथा तापमान नोट किया जाए। स्कूल की साफ सफाई जिसमें सभी कमरे, शौचालय, लैब स्कूल ग्राउंड आदि की सफाई कराई जाए। ग्राउंड में कहीं भी गंदगी, कूड़ा या झाड़ीयां ना हों। वर्षात का जल भराव ना हो। विद्यालय प्रांगण में बिजली की नंगी तार दिखाई ना दें कहीं भी वर्षात् में विद्युत स्पार्क ना हो। पानी की टंकी की सफाई कराकर टंकी पर दिनांक दर्ज करवाएं।

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