शिव नादर स्कूल के छात्रों ने शहर में कूड़े -कचरे की सफाई के लिए नगर निगम के महापौर को पत्र लिखा

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Faridabad News, 19 Sep 2018 : प्रधान मंत्री के हाल के ’स्वच्छता ही सेवा’ अभियान का अनुसरण करते हुए के-12 शिक्षा के क्षेत्र में शिव नादर फाउंडेशन की गैर लाभकारी पहल – शिव नादर स्कूल फरीदाबाद के शिक्षकों और छात्रों ने हाल में फरीदाबाद नगर निगम के महापौर से मुलाकात की और उन्हें फरीदाबाद के विभिन्न इलाकों में कूड़े – कचरे के ढेर और प्लास्टिक के कचरे की सफाई का अनुरोध करते हुए एक पत्र सौंपा। प्लास्टिक के कारण उत्पन्न होने वाले बढ़ते पर्यावरणीय खतरे से चिंतित इस स्कूल ने ’नो पॉलिथिन एंड वन-टाइम-प्लास्टिक यूज फ्री’ जोन बनने का दायित्व लिया है।

भारत सरकार ने फरीदाबाद को स्मार्ट षहर बनाने के लिऐ चुना गया है लेकिन, देश के किसी भी अन्य शहर की तरह, यहां भी कचरे की गंभीर समस्या है। इसे देखते हुए, स्कूल के जूनियर स्टुडेंट काउंसिल की पांचवीं कक्षा के छात्रों ने चिंता व्यक्त करते हुए अपने पत्र में, सेक्टर 12 बाईपास रोड, बाटा फ्लाईओवर के नीचे, एनआईटी 3 (सर्कल), हार्डवेयर चैक और तिकोना पार्क सहित अन्य क्षेत्रों में फेंके गये कचरे को साफ करने की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इस समस्या पर प्रकाश डालने के लिए अनुरोध पत्र के साथ इन क्षेत्रों में फेंके गये कचरे की तस्वीरों सहित एक प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत किया गयाा।

शिव नादर स्कूल का लक्ष्य अकादमिक उत्कृष्टता के साथ-साथ सभी छात्रों के भावनात्मक और सामाजिक विकास के बीच एक अच्छा संतुलन बनाना है। स्कूल देश के जिम्मेदार नागरिक बनने में मदद करने के उद्देश्य से नियमित आधार पर विभिन्न कार्यक्रम और पहल करता है।

मीडिया के लिए जानकारी

शिव नादर स्कूल के बारे में:

शिव नादर स्कूल के12 प्राइवेट षिक्षा के क्षेत्र में शैक्षिक उत्कृष्टता प्रदान करने और जीवन के लिए शिक्षा प्रदान करने के लिए शिव नादर फाउंडेशन की एक पहल है। एनसीआर में तीन स्कूलों के साथ, शिव नादर स्कूल छात्रों को ऐसा वातावरण प्रदान करता है जो उनकी प्रतिभा और कौशल पहचान एवं विकास में मदद करता है। इसका उद्देष्य समाज के लिए नैतिक, सम्मानपूर्ण, सुखी और उद्देश्यपूर्ण नागरिकों के रूप में बच्चों को पोषित करना है। 3500 से ज्यादा छात्र और उनके माता-पिता के साथ-साथ 550 शिक्षकों की टीम शिव नादर स्कूल परिवार के हिस्से हैं।

शिव नादर फाउंडेशन के बारे में:

शिव नादर फाउंडेशन की स्थापना एचसीएल के संस्थापक शिव नादर ने की थी। एचसीएल 8.5 अरब डॉलर की अग्रणी प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य देखभाल उद्यम है। फाउंडेशन का उद्देष्य षिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में संस्थानों की स्थापना करके एवं नई पहल करके राश्ट्र निर्माण एवं सामाजिक बदलाव की प्रक्रिया में योगदान देना है। यह फाउंडेषन लोकापचार आधारित परिवर्तनकारी षिक्षा के माध्यम से सामाजिक आर्थिक विशमता को पाटने के लिए लोगों को सक्षम बनाकर अधिक से अधिक समतामूलक एवं प्रतिभा आधारित समाज की स्थापना के लिए प्रतिबद्ध है।

फाउंडेशन ने 1996 में एसएसएन इंस्टीट्यूशंस की स्थापना की, जिसमें चेन्नई, तमिलनाडु में एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (जो भारत का उच्च स्तरीय निजी इंजीनियरिंग कॉलेज) भी शामिल है। फाउंडेशन ने विद्याज्ञान की भी स्थापना की है। यह उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और सीतापुर में योग्य ग्रामीण बच्चों के लिए एक आवासीय लीडरषिप अकादमी है। इसके अलावा फाउंडेशन शिव नादर विश्वविद्यालय भी संचालित करता है। यह भारत के राश्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेटर नौएडा में स्थित मल्टीडिसिप्लिनरी विश्वविद्यालय है जहां मजबूत अनुसंधान ढाचा है। शिव नादर स्कूल भारत में प्रगतिशील शहरी स्कूलों का एक ऐसा नेटवर्क है जिसका उद्देष्य बच्चों को ऐसी शिक्षा प्रदान करना है जिससे कि आजीवन के लिए शिक्षार्थी बन सकें। फाउंडेशन के पास किरण नादर कला संग्रहालय भी है जो आधुनिक और समकालीन कला में भारत का सबसे बड़ा निजी लोकोपयोगी संग्रहालय है और जिसे आम जनता के बीच कला को ले जाने की दृष्टि के साथ स्थापित किया गया है।

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