नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों की दो दिवसीय प्रदेशस्तरीय हड़ताल शुरू

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Faridabad News : नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों की दो दिवसीय प्रदेशस्तरीय हड़ताल शुरू – कहा अपनी मांगो के लिए इस बार आर पार की लड़ाई लड़ेंगे। समान काम समान वेतन और कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की मांग को लेकर एक बार फिर से (नेशनल हेल्थ मिशन) एनएचएम- के कर्मचारियों ने शुरू की हड़ताल – प्रदेश के 12 हजार 5 सौ एमएचएम कर्मचारियों की दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय हड़ताल शुरू – इस हड़ताल का असर फरीदाबाद में भी देखा गया। फरीदाबाद के 670 एनएचएम कर्मचारी भी बैठे हड़ताल पर स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी की कर्मचारियों ने कहा कि इस बार एनएचएम कर्मचारी करेंगे। आर-पार की लड़ाई-इस हड़ताल में नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के अलावा डाक्टर, एएनएम, नर्स, फार्मेसिस्ट और 102 एम्बुलेंस के ड्रावर तक इस हड़ताल में शामिल है। गौरतलब है की पिछले साल भी नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों ने अपनी मांगो को लेकर लम्ब्वा संघर्ष किया था। जिसके चलते कर्मचारियों ने काली दिवाली तक मनाई थी।

जहाँ आज नेशनल हेल्थ मिशन के तहत पूरे प्रदेश भर में करीब साढ़े बाराह हजार एनएचएम कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर है इसी के चलते फरीदाबाद जिले के 670 कर्मचारी हड़ताल पर है जिसके चलते स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ना शुरू हो गया है यहाँ तक की एनएचएम के तहत आने वाली 102 नंबर एम्बुलेंस सेवा के ड्राइवर भी हड़ताल पर है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए हरियाणा एनएचएम कर्मचारी संघ के जिला प्रधान ने बताया की आज से हम लम्बे समय से लंबित अपनी मांगो को लेकर दो दिवसीय हड़ताल पर है. यह हड़ताल पूरे प्रदेश में एक साथ की जा रही है. उन्होंने बताया की इस हड़ताल में एनएचएम के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के अलावा डाक्टर, एएनएम, नर्स, फार्मेसिस्ट और 102 एम्बुलेंस के ड्रावर तक इस हड़ताल में शामिल है। मुख्य मांगे बताते हुए उन्होंने कहा की हमे समान काम समान वेतन दिया जाए क्योंकि आज की तारीख में उन्हें एक रेगुलर कर्मचारी के मुकाबले एक तिहाई या एक चौथाई तन्खा ही दी जाती है। जिसके चलते उनका गुजारा नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा की पिछले साल कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की थी। तब स्वास्थ्य मंत्री ने सभी मांगे मांगे हुए उनकी हड़ताल समाप्त करवाई थी। लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद उनकी मांगे जो की तयों लटकी हुई है जिसके चलते मजबूर होकर उन्हें दो दिवसीय हड़ताल करनी पढ़ रही है। वहीँ उन्होंने चेतावनी दी की इस बार अपनी इस बार अपनी मांगे मनवाकर रहंगे और जरुरत पड़ी तो आर-पार की लड़ाई भी लड़ेंगे।

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