डिजिटल भागवत् कथा में श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह प्रसंग का विस्तारपूर्ण वर्णन किया गया

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New Delhi News, 15 July 2021 : दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली मे दिनांक 10 से 16 जुलाई 2021 तक दिव्य ‘श्रीमद् भागवत् कथा’ का आयोजन किया जा रहा है। कोरोना काल के चलते संस्थान द्वारा ईश्वर पिपासुओं के लिए वर्चुअल कथा, प्रभु की अनंत गाथाओं/लीलाओं सहित YouTube चैनल पर प्रसारित की जा रही है। जिसका भक्त घर बैठे ही आनंद प्राप्त कर रहे है। 16 जुलाई तक इस भव्य डिजिटल कथा कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा, आप सभी इसका अवश्य लाभ प्राप्त कर अपने जीवन को सफ़ल बनाए।

कथा के षष्ठम दिवस में भगवान श्री कृष्ण की अनन्त लीलाओं में छिपे गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों को कथा प्रसंगों के माध्यम से उजागर करते हुए श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या भागवत् भास्कर महामनस्विनी विदुषी सुश्री आस्था भारती जी ने उद्धव प्रसंग एवं रुक्मिणी विवाह प्रसंग का विस्तारपूर्ण वर्णन किया। कथा व्यास साध्वी आस्था भारती जी ने कृष्ण के मथुरा चले जाने पर गोपियों की विरह वेदना का हृदय विदारक वर्णन किया। कथा व्यास जी ने देवी रुक्मिणी – श्री कृष्ण विवाह प्रसंग का भावपूर्ण वर्णन किया। रूक्मिणी विवाह के प्रसंग का उल्लेख करते हुए उन्होने रूक्मिणी रूपी जीवात्मा का अपने प्रभु प्रियतम के प्रति विरह दर्शाया। साथ ही, यह भी प्रकट किया गया है कि कैसे इस आत्मा की पुकार पर वह परमात्मा उसे समस्त बंधनों से स्वतंत्र कर अपने कभी न टूटने वाले प्रणय-सूत्र में बांध लेते हैं। आगे साध्वी जी ने इस पक्ष पर भी वर्णन किया कि जिस प्रकार द्वापर में रुक्मिणी के अधिकारों का हनन हो रहा था उसी प्रकार आधुनिक समाज में भी नारी की स्थिति अत्याधिक दयनीय व शोचनीय बन चुकी है। नारी उत्पीड़न का सबसे भयावह रूप है- कन्या भ्रूण हत्या। इस व्याधि को समाज से खत्म करने के लिए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा ‘संतुलन’ नामक प्रकल्प चलाया जा रहा है। जिसमें लोगों को लिंग समानता के महत्व से अवगत करवाकर उनकी इस रुढ़िवादी मानसिकता को ब्रह्मज्ञान के विज्ञान द्वारा बदलने का सफल प्रयास किया जाता है। कथा व्यास जी ने बताया कि Human mind is the basis of every action इसीलिए एक व्यवस्थित समाज की स्थापना ईश्वर की शाश्वत भक्ति से जुड़े सृदृढ़ व्यक्तियों द्वारा ही संभव है। इस कथा की मार्मिकता व रोचकता से वर्चुअल कनेक्टेड भक्त-श्रद्धालु बहुत प्रभावित हुए। इस भव्य कथा द्वारा श्रद्धालुगण 16 जुलाई तक प्रभु के अनेक रूपों और लीलाओं का आनंद लेते हुए अपने जीवन को लाभान्वित कर पायेंगे। कथा का विशेष प्रसारण संस्थान के यूट्यूब चैनल पर किया जा रहा है। इस लिंक पर जाकर आप कथा का online वेबकास्ट अवश्य देखें: https://www.youtube.com/djjsworld । प्रसारण का समय प्रातः10 से दोपहर 1 बजे तक तथा सायं 7 से रात्रि 10 बजे तक है।

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