एक्जि़म बैंक ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उद्यमिता को बढ़ाने हेतु उपायों को साझा किया

0
1630
Spread the love
Spread the love

Faridabad News, 21 Feb 2019 : भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्जि़म बैंक) ने हरियाणा के औद्योगिक हितधारकों के साथ होटल पार्क प्लाजा, फरीदाबाद में अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उद्यमिता को बढ़ावा विषय पर एक परिचर्चा सत्र का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में कई निर्यातकों के साथ-साथ विभिन्न उद्योग संघों जैसे फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोट्र्स ऑर्गनाइजेशन (FIEO) विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड और एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (ECGC) ने भाग लिया।

आज भारत में उद्यमिता के कई शानदार उदाहरण हैं। यहां नियमित रूप से नए-नए नवोद्यम (स्टार्टअप) विकसित और सफल हो रहे हैं। एक्जि़म बैंक द्वारा परिचर्चा के दौरान बताया गया कि हमारी युवा आबादी और वैश्विक स्तर मांग में सुधार के चलते उद्यमियों के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार के क्षेत्र में भी कई अवसर विद्यमान हैं। आज भारत की आधी से अधिक आबादी 25 वर्ष से कम आयु की है, जिसमें 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम है। 2020 तक भारत की औसत आयु सिर्फ 29 वर्ष की होगी जबकि चीन और अमेरिका में यह 37 वर्ष, पश्चिमी यूरोप में 45 वर्ष और जापान में 48 वर्ष की होगी। इस जनसांख्यिकीय रुझान से भारत को महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धी लाभ मिलेगा।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का अनुमान है कि भारत की इस युवा जनसंख्या में अगले बीस वर्षों तक प्रत्येक वर्ष प्रति व्यक्ति जीडीपी वृद्धि दर में 2 प्रतिशत अतिरिक्त उत्पादन करने की क्षमता है। पश्चिम, जापान और यहां तक कि चीन की जनसंख्या की औसत आयु बढऩे के साथ भारत की यह जनसांख्यिकीय क्षमता भारत और इसकी बढ़ती अर्थव्यवस्था एवं उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए एक अभूतपूर्व अवसर प्रदान करती है।

उद्यमिता आधारित आर्थिक वृद्धि अधिक समावेशी होती है और इसमें आमतौर पर प्राकृतिक संसाधनों का दोहन शामिल नहीं होता है। 21वीं सदी में भारत की पहली पीढ़ी के कुछ भारतीय उद्यमी बहुत सफल रहे हैं। उनमें से कुछ ने बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन किया है जबकि अन्य ने सार्वजनिक लिस्टिंग के रूप में मूल्य सृजन किया है।

हरियाणा सरकार द्वारा एक उद्यमशीलता और स्टार्ट-अप नीति 2017 लागू की गई है, जिसका उद्देश्य राज्य भर में नए-पुराने नवप्रवर्तकों और उद्यमशीलता की प्रतिभाओं को सहयोग और सहायता प्रदान करके देश का एक संसाधन संपन्न और आविष्कारशील स्टार्ट-अप हब बनना है। एक्जि़म बैंक के महाप्रबंधक, श्री विक्रमादित्य उगरा ने कहा कि एक्जि़म बैंक नए बाजारों तक पहुँचने के लिए एक प्रमाणित ट्रैक रिकॉर्ड के साथ निर्यात उन्मुख कंपनियों का समर्थन करता है।

एक्जि़म बैंक अपने व्यापक वित्तपोषण और सहायता सेवाओं के जरिए भारतीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को आवश्यकतानुसार निर्यात चक्र के सभी चरणों में सहायता प्रदान करता है। बैंक ने क्लस्टर विकास सहायता कार्यक्रम की भी शुरुआत की है जिसके अंतर्गत क्लस्टरों की हर प्रकार की सहायता की जाएगी। ग्रामीण और ग्रासरूट उद्यमों में निर्यात क्षमताओं के सृजन के लिए एक्जि़म बैंक का ग्रासरूट पहल एवं विकास ;GRID कार्यक्रम है, जो समाज के वंचित वर्ग की क्रय शक्ति को बढ़ाता है और ऐसे समूहों को अवसर प्रदान करता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here