फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाकर सरकार को चूना लगाने वाले बीके अस्पताल के हार्ट सेंटर के प्रमुख सहित 4 आरोपी गिरफ्तार

0
853
Spread the love
Spread the love

फरीदाबाद 17 फरवरी। डीसीपी मुख्यालय नीतिश अग्रवाल के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए ई ओ डब्ल्यू की टीम ने सरकारी बादशाह खान अस्पताल में मरीज का फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर हार्ट सेंटर व सरकारी राजस्व के गबन मामले में हार्ट सेंटर के प्रमुख सहित मामले में संलिप्त 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। गिरफ्तार आरोपी अशोक बल्लबगढ़ के मलेरना गांव हाल करियप्पा विहार बेस हास्पिटल दिल्ली, मानसिंह पलवल के गांव सोलहडा हाल बसेल्वा कॉलोनी ओल्ड फरीदाबाद, कपिल फरीदाबाद के एनआईटी की डबुआ कॉलोनी और आरोपी नरेश कुमार राजस्थान के कोटा के विज्ञान नगर हाल नहेरु ग्रउण्ड एनआईटी फरीदाबाद में रहता है।

आपको बता दें कि हार्ट सेंटर के उत्तर भारत के सीओओ प्रवीण कुमार ने 27 अगस्त 2020 एसजीएम नगर थाने में हार्ट सेंटर के इंचार्ज मानसिंह , सुपरवाइजर कपिल, आयुष्मान मित्र अशोक कुमार और लैब में कार्यरत नर्सिंग कर्मी नरेश के खिलाफ साठ-गांठ कर मरीज नरेश कुमार शर्मा से फर्जी तरीके से 95000 रुपए हड़पने का मुकदमा थाना एसजीएम नगर में दर्ज कराया था। जिसमें पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।

पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने जनकारी देते हुए बताया कि आरोपी मरीज से प्राईवेट ईलाज के रुपए लेकर फिर आयुष्मान कार्ड की फाईल आरोपी अशोक की आईडी से बनाकर सरकार से पैसे हड़पते थे। चारों आरोपियों को फरीदाबाद के सेक्टर-12 से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी अशोक को 15 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। अन्य तीन आरोपियों को 16 फरवरी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश कर 2-2 दिन के रिमांड पर लिया। आरोपी अशोक का रिमांड पूरा होने पर आज नीमका जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपियों से पुछताछ जारी है। आरोपियों ने हृदय रोगियों के फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए और सरकारी राजस्व से पैसे हड़प लिए हैं। हार्ट सेंटर के सीओओ ने पुलिस को 60 मरीजों की सूची दी है। मरीज नरेश ने पुलिस टीम ई.ओ.डब्ल्यू. को बताया की आयुष्मान कार्ड के तहत उसका इलाज कभी नहीं हुआ है। आरोपियों ने इलाज की फाइल पर कैश काट कर आयुष्मान भारत लिख दिया और आयुष्मान कार्ड पर मरीज नरेश का फर्जी पता लिखकर फाईल तैयार कर लिया।

पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि हार्ट सेंटर में इलाज करवाने आए मरीज से आरोपियों ने कैश जमा करवा लिया और उसका फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर बिल भुगतान की मंजूरी के लिए सरकार को भेज दिया। वहीं मरीज से 95 हजार रुपए भी हड़प लिए और हार्ट सेंटर को भी भुगतान नहीं किया। आयुष्मान योजना का दुरूपयोग कर कितने फर्जी बिल पास करवाए गए हैं। इसकी छानबीन की जा रही है। आरोपी अशोक को आज अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है। अन्य तीन आरोपियो को 18 फरवरी को अदालत में पेश किया जाएगा।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here