डॉ.एम.पी.सिंह ने कर्मचारियों को सिखाएं फर्स्ट एड के टिप्स

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Faridabad News : जापान मैनेजमेंट के द्वारा चलाई जा रही वॉइथकंपनी में प्रबंधक सुपरवाइजर इंजीनियर व एचआर के पदाधिकारियों को प्राथमिक सहायता और आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण देते हुए सेंट जॉन एंबुलेंस एसोसिएशन इंडिया के अधिकृत लेक्चरर व चीफ वार्डन सिविल डिफेंस डॉ. एम पी सिंह ने कहा कि यदि फैक्ट्री में किसी प्रकार की दुर्घटना हो जाती है। तो उस पर काबू पाने के लिए प्रशिक्षित होना बहुत जरूरी है ताकि रोगी के समय को हम बर्बाद ना कर सके कम से कम समय में प्राथमिक सहायता देते हुए उस को अस्पताल पहुंचा दे अधिकतर फैक्ट्रियों में मशीनरी एक्सीडेंट होते हैं या तनाव की वजह से लोगों को चक्कर आ जाते हैं और बेहोश हो जाते हैं। यदि फैक्ट्री एक्सीडेंट हुआ है तो सबसे पहले मशीनों को बंद करके कर्मचारी को मोटिवेट करना चाहिए कि हम आपके साथ में है कंपनी आपके साथ में है आप परेशान ना हो आपकी हर संभव मदद होगी इससे कर्मचारी का हौसला बढ़ जाता है और आधी बीमारी भी खत्म हो जाती है डॉ एम पी सिंह ने कहा कि प्राथमिक पोस्ट भी फैक्ट्री के अंदर होनी चाहिए और 24 घंटे उसमें एक डॉक्टर का होना अनिवार्य है हर विभाग में फर्स्ट एडर होने चाहिए ताकि समय रहते हुए वे प्राथमिक सहायता दे सके कम ज्ञान किसी की जिंदगी को बर्बाद कर देता है अधूरे ज्ञान पर हमें प्राथमिक सहायता नहीं देनी चाहिए। यदि रोगी बेहोशी की अवस्था में है तो कोई भी खाने पीने की वस्तु नहीं देनी चाहिए यदि वह आपसे बात कर रहा है।

अपने दर्द व चोट को बता रहा है तो उसकी बात को मानते हुए यह सोच कर उसकी मदद करनी चाहिए कि काश मेरे साथ ऐसा होता तो क्या होता। सहानुभूति के साथ समभावभूति होना बहुत जरूरी है। उक्त कार्यक्रम सुबह 9:00 बजे से शाम को 6:00 बजे तक चला जिसमें सभी पदाधिकारियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। शरीर से बाहर निकलने वाले खून को रोकने के तरीके बताएं। शरीर के विभिन्न भागों पर पट्टियां बांधकर पूर्वाभ्यास भी कराया। कैजुअल्टी को कैसे हैंडल करना है। पैर में चोट है कैसे उठाना है। रीड की हड्डी टूट गई है तो किस प्रकार से उसका उपचार करना है। सभी बातों को गंभीरता से लेते हुए सभी विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। आग लग जाने पर की कैसे बुझाना है और जले हुए व्यक्तियों का क्या उपचार करना है। यदि कोई जहर ले लेता है या गलत दवाई का सेवन कर लेता है। तो उस अवस्था में हम उसके जीवन को कैसे बचा सकते है। फैक्ट्री की एचआर हेड रंजीता पटनायक ने डॉ. सिंह का आभार व्यक्त किया। और कहा कि हमारे लिए सिर्फ फैक्ट्री में ही नहीं घर में भी बहुत लाभदायक है छोटे-मोटे एक्सीडेंट घर बाहर होते ही रहते हैं और यह जानकारी हम सभी को होनी चाहिए।

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