अच्छे कर्म का अच्छा, बुरे कर्म का बुरा परिणाम होता है : गोपाल शर्मा

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Faridabad News, 18 Dec 2018 : अच्छे कर्म का अच्छा, बुरे कर्म का बुरा परिणाम होता है। मनुष्य को हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए ताकि उसको जिंदगी में सुख और शांति मिल सके। इन बातों का गीता ग्रंथ में विस्तारपूर्वक चित्रण किया गया है। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने यह उद्गार गीता जयंती महोत्सव के सेमिनार में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि गीता जयंती महोत्सव पर तीनों दिन सेमिनार के माध्यम से विद्वानों ने विस्तारपूर्वक गीता ग्रंथ के बारे में जानकारी दी है। हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार भी प्रयासरत है कि गीता ग्रंथ का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार हो। अधिक से अधिक की लोग गीता ग्रंथ को पढ़कर उसके उसका अनुसरण अपने जीवन में ढालने का प्रयास करें। इसी कड़ी में प्रदेश स्तर पर कुरुक्षेत्र में और जिला स्तर पर प्रत्येक जिले में तथा ब्लॉक स्तर पर प्रत्येक ब्लॉक में गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी का प्रयास है कि प्रदेश के हर घर में हर रोज गीता का पाठ हो ताकि हर व्यक्ति सकारात्मक सोच के साथ जी कर प्रदेश की उन्नति में अपना योगदान दे सकें।
सेमिनार को संबोधित करते हुए सनातन संस्था की संदीप कौर ने कहा कि शरीर में सकारात्मक ऊर्जा होती है और नकारात्मक पीड़ा। इसका वर्णन भी गीता ग्रंथ में विस्तार पूर्वक किया गया है। व्यक्ति को हमेशा सकारात्मक सोच के साथ जीना चाहिए। उन्होंने कहा कि गीता ग्रंथ के मात्र पढ़ने से ही मनुष्य के मन के अंदर विकारों का नाश होता है और सकारात्मक सोच पैदा होती है। इस्कॉन संस्था के डॉ. प्रभात शुक्ला ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि हर वर्ग, हर आयु वर्ग के मनुष्य का उत्थान गीता ग्रंथ के श्लोकों में छिपा हुआ है। गीता एक पवित्र ग्रंथ है। हमें विकास की दिशा में कर्मों के बंधन से कैसे निकलना है, इस बारे में भी गीता ग्रंथ के श्लोक विस्तारपूर्वक जानकारी देते हैं।
जिओ गीता संस्था के श्री शिव अवतार वशिष्ठ ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि गीता मानव मात्र का ग्रंथ है। गीता ग्रंथ मानव जीवन के उत्थान के लिए सब सबसे बड़ा पवित्र ग्रंथ माना गया है। उन्होंने गीता के श्लोक का उच्चारण करते हुए कहा कि अपने जीवन में पूरे इमानदारी से कार्य करें तो मनुष्य का जीवन निश्चित तौर पर सफल होगा। इसका वर्णन भी गीता ग्रंथ के श्रलोको में किया है। श्री गोपेश्वर दास ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि भगवत गीता सर्वोच्च धर्म है। शरीर, मन, बुद्धि, अहंकार, आत्मा हमारे शरीर में रहता है। इसकी सुधि के लिए हमें हमेशा गीता ग्रंथ के श्लोकों का उच्चारण करके उसको आत्मसात करना चाहिए। इससे शरीर में मन को शांति और संतुष्टि मिलेगी।
प्रोफेसर रूद्र दत्त ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि हमें कर्म का अंतर पहचानना होगा। अच्छे व बुरे कर्म के अंतर को जो मनुष्य पहचान लेगा वह कभी भी बुरे कर्म नहीं करेगा। इसका वर्णन भी गीता ग्रंथ में विस्तार पूर्वक किया गया है। कृष्ण धाम मंदिर संस्था के प्रोफेसर शारदा बाई ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य को अच्छे कर्म से सुख और वैभव मिलता है। बुरे कर्म से पीड़ा मिलती है। निष्काम भाव से किया गया कार्य जीवन में सुख और शांति प्रदान करता है। जो मनुष्य धन को मानव कल्याण में खर्च करता है उसका धन भी शुद्ध होता है। इसका उल्लेख भी गीता ग्रंथ में के श्रलोको में विस्तार पूर्वक किया गया है। गीता ग्रंथ में साफ शब्दों में कहा गया है कि मन से श्रेष्ठ बुद्धि, बुद्धि से श्रेष्ठ आत्मा और आत्मा से श्रेष्ठ परमात्मा है। गीता ग्रंथ में इसका विस्तार पूर्वक चित्रण किया गया है।
शकुन रघुवंशी ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि परमात्मा मनुष्य को सब कुछ देने वाला है। मनुष्य के शरीर में ही परमात्मा निवास करता है ।इसका चित्रण गीता ग्रंथ में के श्ररोको में किया गया है। उन्होंने कहा कि मनुष्य अपने जीवन में शांति, समृद्धि और विकास चाहता है तो वह सकारात्मक सोच के साथ ध्यान विधियों पर आधारित जीवन जीकर मानव विकास के कार्य करें।
सेमिनार में सभी वक्ताओं को स्मृति चिन्ह गीता भेंट कर सम्मानित भी किया गया। इसके अलावा गीता जयंती महोत्सव में लगाई गई प्रदर्शनी इनमें सनातन संस्था, संस्कार भारती जगन्नाथ मंदिर, हिंदू जनजागृति, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, ब्रम्हाकुमारी, इस्कान, जीओ गीता, सिद्धिदात्री आश्रम, गोपाल गौशाला, विश्व हिंदू परिषद संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी स्मृति चिन्ह व गीता भेंट करके सम्मानित किया गया।
सरकार के विभिन्न विभागों सौर ऊर्जा, स्वास्थ्य विभाग, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम, एचएसआईडीसी, शिक्षा विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, आयुष विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, रैडक्रास सोसायटी व सड़क सुरक्षा प्रदर्शनियो के विभागाध्यक्ष को भी सेमिनार में स्मृति चिन्ह व गीता भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त जितेंद्र कुमार, एसडीएम फरीदाबाद सतबीर मान, एसबीएम बल्लभगढ़ राजेश कुमार, सीटीएम श्रीमती बलीना, जिला शिक्षा अधिकारी सतिंदर कौर वर्मा, भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष अनीता शर्मा सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

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