सरकारी अस्पताल में नहीं मिली टीबी की दवा, मरीज की मौत

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Karnal News : प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग भले ही सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं देने के दावे कर रहा हो, पर रादौर के स्वास्थ्य केंद्र में दवाई की कमी ने इन दावों को फेल कर दिया। पिछले 15 दिनों से अस्पताल के चक्कर काटने के बाद भी सरकारी अस्पताल में दवा उपलब्ध न हो सकी, जिसके कारण टीबी के एक मरीज की मौत हो गई।

मृतक के भाई जसवंत ने आरोप लगाया कि, अस्पताल में टीबी की दवाईयां उपलब्ध न होने से उसके भाई धनराज की मौत हुई है। उसके परिवार के लोग सरकारी अस्पताल रादौर में टीबी की दवाई लेने के लिए पिछले 15 दिनों से चक्कर लगा रहे थे। लेकिन अस्पताल की ओर से धनराज व उसके परिवार के लोगों को कुछ दिनों में टीबी की दवाई आने की बात कहकर हर बार टरका दिया गया। जिस कारण अस्पताल से दवाई न मिलने पर धनराज की टीबी के बीमारी के चलते घर पर मौत हो गई। परिवार के लोगों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धनराज की मौत के लिए विभाग को जिम्मेवार बताया है।

मृतक धनराज के भाई जसवंतसिंह ने बताया कि उनका भाई टीबी की बीमारी से पीडित था। 6 अक्टूबर को उसका भाई धनराज अपने परिवार के लोगों के साथ सरकारी अस्पताल रादौर में टीबी की दवाई लेने गया था। तब अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल में चार दिन बाद दवाईयां आने की बात कहकर उसे चलता कर दिया था। चार दिन बाद फिर वह अस्पताल गए तो उन्हें कहा गया कि अस्पताल में अभी टीबी की दवाई नहीं आई है। उन्हें फिर चार दिन बाद बुलाया गया। इसके बावजूद उन्हें दवाई नहीं मिली।

जसवंत सिंह ने बताया कि, वह बेहद गरीब परिवार से है। इसलिए निजी अस्पतालों में टीबी का ईलाज नहीं करवा सके। सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में टीबी की दवाई मुफ्त देने के दावे किए जाते हैं, लेकिन अस्पताल की ओर से उन्हें 15 दिन बीत जाने के बावजूद दवाई नहीं दी गई। जिससे उनके भाई धनराज की टीबी की बिमारी के चलते मौत हुई है। यदि समय पर धनराज को अस्पताल की ओर से दवाई मिल जाती तो वह बच सकता था।

उधर सरकारी अस्पताल रादौर के डॉ.विजय परमार ने बताया कि अस्पताल में टीबी की दवाई की कमी नहीं है। उन्होंने कहा की मृतक धनराज अस्पताल में इलाज की लिए जरूर आया था जिसकी जांच करने पर उसमे टीबी की बिमारी के लक्षण पाए गए थे। लेकिन टीबी से इतनी जल्दी मौत नहीं हो सकती, मौत के कुछ और भी कारण हो सकते है। विभाग की टीम मृतक के परिजनों के जल्द ही रक्त व बलगम के नमूने लेने के लिए भेजी जाएगी।

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