जिला रेडक्रास सोसायटी एवं महाराज दर्शनदास चैरीटेबल ट्रस्ट द्वारा टीबी के मरीजों को खाद्य सामग्री का वितरण किया गया

0
811
Spread the love
Spread the love

Faridabad News, 21 Sep 2019 : जिला रेडक्रास सोसायटी एवं महाराज दर्शनदास चैरीटेबल ट्रस्ट (आश्रम कंत दर्शन दरबार) द्वारा जिला रेडक्रास सोसायटी भवन में आज टीबी के मरीजों को खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। कार्यक्रम का आयोजन महाराज दर्शनदास चैरीटेबल ट्रस्ट के सर्वेसर्वा गुरुदित्ता मल के गुरु स्व. घसीटाराम के जन्मदिवस के मौके पर किया गया। इस मौके पर मरीजों को खाद्य सामग्री के अलावा प्रोटीन व दूध के पैकेट भी वितरित किए गए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव विकास कुमार ने की जबकि मुख्यातिथ के रूप में महाराज दर्शन दास चैरीटेबल ट्रस्ट के बाबा गुरुदित्ता मल उपस्थित रहे। इस मौके पर प्रधान चरणजीत सिंह, उपप्रधान दास हजारी लाल, सचिव अनिल पोपली व राजीव कोचर, लोकेश शर्मा, वीरेंद्र सेनी, मनीष, सुबोध, टीबी कोडीनेटर मधु भाटिया, प्रदेश रेडक्रास सोसायटी की कार्यकारिणी सदस्या सुषमा गुप्ता तथा जिला रेडक्रास सोसायटी के सहायक पुरुषोत्तम सैनी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

रेडक्रास के जिला सचिव विकास कुमार ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने के रखे गए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिला रेडक्रास सोसायटी जी जान जुटी हुई है। टीवी के लक्षण बताते हुए विकास कुमार ंने कहा कि तीन सप्ताह से अधिक अवधि तक निरंतर खाँसी होना, खाँसी के साथ कफ का आना, बुखार, वजन में कमी या भूख में कमी इस रोग के प्रमुख लक्षण हैं। यदि इनमें से कोई भी लक्षण तीन सप्ताह से अधिक अवधि तक बना रहे, तो पीडि़त व्यक्ति को नजदीकी डॉट्स टीबी केंद्र अथवा स्वास्थ केन्द्र जाना चाहिए और अपने कफ की जाँच करवानी चाहिए तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

प्रदेश रेडक्रास सोसायटी की कार्यकारिणी सदस्य सुषमा गुप्ता ने कहा कि क्षय रोग आनुवांशिक नहीं है। यह एक संक्रामक रोग है। कोई भी व्यक्ति क्षयरोग की चपेट में आ सकता है। जब सक्रिय क्षयरोग से पीडि़त कोई रोगी खुले तरीके से खाँसता या छींकता है तो क्षयरोग पैदा करने वाले जीवाणु बाहर एरोसोल में प्रवेश कर जाते हैं। यह एरोसोल किसी भी ऐसे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है जो इसमें साँस लेता है। ऐसे लक्षणों वाले मरीज शीघ्र सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक से संपर्क अपना निशुल्क इलाज कराएं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here